हिंदी साहित्य भारती के वैचारिक आयोजन में देश-विदेश के 200 प्रतिनिधि भाग लेंगे.
आयोजन में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन भी होगा तथा विशिष्ट व्यक्तियों को सम्मानित किया जाएगा.
‘मानव मन बन जाए जग सारा’ की भावना को लेकर हिंदी भाषा, साहित्य और भारती की सेवा के लिए समर्पित एवं क्रियाशील अंतरराष्ट्रीय संस्था ‘हिंदी साहित्य भारती’ का वैचारिक आयोजन हंसराज कॉलेज दिल्ली के सभागार में दिनांक 9 मार्च से 10 मार्च तक तक हंसराज कॉलेज के सभागार में संपन्न होगा जिसमें देश-विदेश के 200 से अधिक साहित्यकार सामाजिक कार्यकर्ता विद्वान एवं हिंदी से भी भाग लेंगे।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 9 मार्च को प्रातः 9:00 बजे आयोजन का उद्घाटन समारोह संपन्न होगा। कार्यक्रम के प्रारंभ में सरस्वती वंदना मातृ वंदना तथा दिए गीत का गायन होगा।
आयोजन के प्रारंभ में हिंदी साहित्य भारती के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ रवींद्र शुक्ला संस्था के उद्देश्य और प्रगति पर प्रकाश डालेंगे। आयोजन को पद्मश्री डॉ विष्णु पांड्या , डॉ शेखर दत्त जी
इसी सत्र में श्री भारत भूषण चड्डा जी संपादक जान्हवी,श्री राकेश गुप्ता जी स्वामी साधना टीवी, श्रीमती नीलूफर खोद्जेवा सहायक प्राध्यापक को संस्कृति साधक अलंकरण सम्मान से विभूषित किया जावेगा।
इस अवसर पर माननीय सुधांशु त्रिवेदी जी सदस्य राज्यसभा मुख्य अतिथि के रूप में मंचासीन रहेंगे। इस सत्र में विशिष्ट अतिथि के रूप में माननीय बैद्यनाथ लाभ कुलपति सांची बौद्ध भारतीय ज्ञान अध्ययन की उपस्थिति उल्लेखनीय रहेगी। उद्घाटन सत्र में प्रोफेसर सरोज शर्मा अध्यक्ष राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय का उद्घाटन भी होगा।
इसी क्रम में 10 मार्च को सांयकाल 4:00 बजे दीक्षांत समारोह संपन्न होगा।
इस अवसर पर श्री सुरेश चव्हाण स्वामी सुदर्शन टीवी, प्रोफेसर श्रीमती कमल प्रभा कपानी तथा के साईलता चेन्नई तमिलनाडु को क्रमशः संस्कृति साधक एवं हिंदी साधक सम्मान से अलंकृत किया जाएगा।