अनूपपुर (मध्य प्रदेश राजेश शिवहरे)युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष गुड्डू चौहान द्वारा ज़िला मुख्यालय अनूपपुर स्थित ज़िला कांग्रेस भवन में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। जिसमे मुख्य रूप से युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष गुड्डू चौहान, आदिवासी कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजीव सिंह, युवा कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष राघवेंद्र पटेल, युवा कांग्रेस ज़िला उपाध्यक्ष अनूप सिंह, युवा कांग्रेस ज़िलामहासचिव राजूराम पटेल, मानवेन्द्र मिश्रा एवं कांग्रेस पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष रजन राठौर उपस्थित रहें। युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष गुड्डू चौहान एवं आदिवासी कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजीव सिंह ने पत्रकार वार्ता में मौजूद समस्त प्रिंट एवं इलेट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार बंधुओं को संबोधित करते हुए बताया कि भारत देश के हृदय मध्यप्रदेश राज्य में कुल जनसंख्या की 21.1 प्रतिशत जनसंख्या आदिवासी समुदाय की है प्रदेश की अधिकांश खनिज संपदा एवं जल, जंगल, जमीन भी इन्हीं इलाकों में पाए जाते हैं, इनके कल्याण एवं खुशहाल जीवन के लिए भारत के संविधान में कई प्रावधान तथा राज्य केंद्र सरकार द्वारा कानून नियम व योजनाएं बनाई गई हैं, इसके बावजूद भी आदिवासियों की स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है आदिवासी समुदाय के लोगों के साथ वर्तमान सरकार तथा उनके कार्यकर्ताओं द्वारा जानबूझकर गलत वहां अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है इसके ज्वलंत उदाहरण नेमावर हत्याकांड, नीमच में आदिवासियों की पिकअप से घटित कर हत्या करना, गुना जिले में आदिवासी महिला को जिंदा जलाने की घटना, खरगोन जिले में पुलिस द्वारा अपनी कस्टडी में युवक की पीट-पीटकर हत्या कर देना, बुरहानपुर जिले के नेपानगर में आदिवासियों के बसे बसाये घरों को उजाड़ना, खंडवा जिले के ब्लाक के ग्राम कोठा में आदिवासी युवक की निर्दयापूर्वक लाठियों से पीट-पीटकर हत्या, सिवनी जिले के ग्राम सिमरिया असामाजिक तत्वों द्वारा आदिवासी युवकों के साथ मारपीट तथा हत्या करना, इंदौर के मानपुर थाने में पुलिस द्वारा आदिवासी व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या करना और महू के बड़गोंदा में मृतक महिला के विरोध में निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस फोर्स द्वारा फायरिंग कर हत्या करना, झाबुआ जिले के भाभरा से सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करने वाले व्यक्ति की पुलिस द्वारा पूछताछ करने थाना लाए व बाद में उसकी हत्या कर दी गई, सीधी पेशाब कांड जैसा अमानवीय कृत्य, हाल ही में रायसेन जिले में आदिवासी युवक की गोली मारकर हत्या आदि तथा देश में मणिपुर जैसे राज्य में विगत 90 दिनों से मानवता इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटनाएं घटित हो रही हैं इसके बावजूद भी शासन द्वारा दोषियों पर सख्त कार्यवाही नहीं होने के कारण आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के हौसले और अधिक बुलंद होते जा रहे हैं। जिससे आदिवासियों पर अन्याय अत्याचार दमन शोषण मामले में मध्यप्रदेश नंबर वन राज्य बन गया है।
इन सब दर्दनाक एवं समाज आतंकित करने वाली घटनाओं से आदिवासी समाज को पुनः हिम्मत दिलाने तथा उनके सम्मान को लौटाने के उद्देश तथा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी जी के भारत जोड़ो यात्रा के संदेश को आगे बढ़ाने हेतु, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष माननीय कमलनाथ जी के कुशल मार्गदर्शन एवं दिशा निर्देशन में मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रांत भूरिया जी मध्य प्रदेश आदिवासी कांग्रेस के अध्यक्ष रामू के काम और आदिवासी कांग्रेस की महिला प्रभाग की प्रदेश अध्यक्ष चंद्रा सरवटे के नेतृत्व में आदिवासी स्वाभिमान यात्रा का सफल दौरा किया जा रहा है जिसके पांच प्रमुख मुद्दे इस प्रकार हैं, 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस पर शासकीय अवकाश, पेसा एक्ट का क्रियान्वयन, बैकलॉग रिक्त पदों पर नियुक्ति की जाए, वन अधिकार समझौतों से व्यक्तिगत एवं सामूहिक दावों का निपटारा, रोजगारोन्मुख गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाएं। जैन यात्रा सीधी से 19 जुलाई 2023 को प्रारंभ होकर प्रदेश के 18 आदिवासी जिले सीधी, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, बैतूल, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, धार एवं अलीराजपुर की 36 विधानसभा सीटों का भ्रमण कर रही है, जिसकी कुल दूरी लगभग 22 किलोमीटर है।
आदिवासी स्वाभिमान यात्रा के नेतृत्वकर्ता यात्रा के रूप में पढ़ने वाले आदिवासियों के आस्था व श्रद्धा के केंद्र तथा महापुरुषों के समाधि स्थल जन्म व कर्म स्थली पर जाकर आदरांजली देने के साथ ही पीड़ित परिवारों से मिलते हुए हिम्मत देते हुए आ रहे हैं। डॉ विक्रांत भूरिया, रामू टेकाम एवं उनके सहयात्रियों का लोगों द्वारा रात के 1 व 2 बजे तक बेसब्री से इंतजार करने के साथ ही उनके आने पर दिल खोलकर स्वागत सत्कार किया जा रहा है और इनके वक्तव्य में आदिवासी समाज की पीड़ा तथा उनके हक-अधिकार की जानकारी के साथ ही हम सब एक हैं की भावना से इन अत्याचारों के खिलाफ लड़ाई लड़ने का संदेश दिया जा रहा है। इससे आदिवासी समाज का स्वाभिमान पुनः जाग रहा है यात्रा के दौरान आम लोगों से मिलना नुक्कड़ सभाओं का आयोजन तथा प्रेसवार्ता भी की जा रही है, जिसका जनता पर प्रभावी असर देखने को मिल रहा है। यात्रा में चल रहे यात्रियों का स्वागत अन्य समाज के लोगों के द्वारा भी उतनी ही आत्मीयता से किया जा रहा है जितना कि आदिवासी समाज के द्वारा किया जा रहा है। इस यात्रा से आदिवासी समाज को अपने एकता की शक्ति का एहसास हो रहा है और अन्याय-अत्याचार-दमन-शोषण के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार हो रहे हैं। यात्रा के माध्यम से आमजन की वास्तविक समस्या एवं स्थिति देश दुनिया के लोगों के सामने आ रही है।
आदिवासी स्वाभिमान यात्रा का समापन दिनांक 7 अगस्त 2023 को आदिवासी जिला झाबुआ में प्रदेश के कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में होगा ।