नई दिल्ली 6 अप्रैलः भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज मुंबई मे पार्टी के स्थापना दिवस पर रैली को संबोधित किया। शाह ने कहा कि मोदी की लहर के चलते सांप, नेवला और कुत्ता मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं।
शाह के इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं। राजनैतिक हलको मे शाह के बयान को लेकर विरोध भी शुरू हो गया है। विपक्ष पर साधे गये निशाने मे साफ है कि यूपी मंे जिस तरह से सपा-बसपा साथ आये और अब तीसरे मोर्चे की कवायद चल रही है, शाह का बयान इस मोर्चा को बनाने की दिशा मे उठाये जा रहे कदम की ओर है।
माना जा रहा है कि शाह विपक्ष को ऐसे मोड पर देखना चाहते है, जहां एकता खिचड़ी की तरह नजर आये। शायद उन्हेने अपने बयान मे इस बात के संकेत देते हुये कार्यकर्ताओ का हौसला बढ़ाया कि मोदी के आगे सब बेकार हैं।
अमित शाह ने कहा कि जब बाढ़ आती है तो हर जंगल में हर कोई पेड़ गिर जाता है और वट वृक्ष खड़ा रहता है. जब बाढ़ आती है तो सांप-कुत्ता-बिल्ली सब अपने आप को बचाने के लिए पेड़ पर चढ़ जाते हैं. शाह ने कहा कि मोदी की बाढ़ के डर से सांप-नेवला-कुत्ता एक साथ होकर चुनाव लड़ रहे हैं. आज मोदी जी के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार 20 से अधिक राज्यों में है. 2019 में एक बार फिर बीजेपी बहुमत के साथ सरकार बनाएगी.
शाह ने कहा कि हमारी पार्टी 10 सदस्यों से शुरू हुई थी, आज 11 करोड़ सदस्य हैं. पहले हमारे 2 लोकसभा सदस्य थे लेकिन आज अकेले दम पर बहुमत की सरकार चला रहे हैं. शाह ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि अभी भी राहुल जी, शरद पवार के साथ बैठते हैं. राहुल मोदी सरकार से साढ़े चार साल का हिसाब मांगते हैं लेकिन खुद की चार पीढ़ियों का हिसाब नहीं देते हैं.
शाह ने कहा कि कांग्रेस के शासन में किसान फसल के उचित दाम मांगते हुए थक गए लेकिन कभी उन्हें हक नहीं मिला. बीजेपी ने किसानों को डेढ़ गुना समर्थन मूल्य देने का वादा किया है. उन्होंने कहा कि राहुल बाबा का समझ नहीं है कि सर्जिकल स्ट्राइक से देश को देखने का नज़रिया बदला है. शाह ने कहा कि राहुल गांधी हमारे बारे में झूठ फैला रहे हैं. बीजेपी कभी आरक्षण को नहीं हटाएगी और ना ही किसी को हटाने देगी. विपक्ष ने संसद को नहीं चलने दिया, लेकिन हम संसद के अंदर और संसद के बाहर चर्चा के लिए तैयार है.