नई दिल्ली 17 अप्रैल ।नजेट एयरवेज आखिरकार ताला लग ही गया बुधवार रात 10:30 बजे कंपनी अपनी आखरी फ्लाइट को उड़ान भरने देगी। कंपनी के बोर्ड ने बैंकों के कंसोर्सियम से पैसा ना मिलने के कारण यह फैसला किया है।
इससे पहले कंपनी के केवल 7 विमान ही प्रचलन में थे। फिलहाल कंपनी ने केवल 7 विमान ही परिचालन में रखने का फैसला किया है
सोमवार को कंपनी ने बैंकों के साथ बैठक भी की थी लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल ने खुद को बोली से बाहर कर लिया । एतिहाद और टीपीजी पार्टनर ने उनके रहने पर खुद को बोली से अलग करने की चेतावनी दी थी । इस बारे में कंपनी के सीईओ विनय दुबे ने कर्मचारियों को एक ईमेल भी भेजा उसमें लिखा था कि बैंक इमरजेंसी फंडिंग पर फैसला नहीं कर सके इसलिए मंगलवार को फिर से कंपनी की बोर्ड की बैठक होगी।
इसके साथ ही पायलट यूनियन के एक सदस्य ने कहा कि अगर कंपनी को पैसे नहीं मिले तो जेट का ऑपरेशन पूरी तरह बंद हो सकता है।। इस बैठक में नरेश गोयल ने कंपनी को दोबारा से खरीदने का प्लान त्याग दिया।