आखिर कांग्रेस को दीपक मिश्रा से समस्या क्या है?

नई दिल्ली 23 अप्रैलः इन दिनो  राजनैतिक गलियारे मे एक ही चर्चा है। आखिर ऐसा कौन सा कारण है कि कांग्रेस मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग जैसा प्रस्ताव ला चुकी है। जबकि दीपक मिश्रा का पूरा परिवार कांग्रेस से जुड़ा रहा है।

न्यूज चैनल आजतक पर दिखायी गयी खबर के अनुसार  CJI दीपक मिश्रा के दादाजी एक स्वतंत्रता सेनानी थे. उनका नाम गोदाबरिश मिश्रा था. 1886 में जन्मे गोदाबरिश मिश्रा का देहांत 1965 में हुआ. उन्होंने अपने 5 दोस्तों के साथ मिलकर नया ओडिशा बनाने के लिए ‘पंचसाखा’ नाम से एक संगठन शुरू किया था. वे 1928 में पहली बार ओडिशा कांग्रेस के करीब आए. जिसके बाद 1941 (आजादी से पहले) गोदाबरिश मिश्रा को ओडिशा सरकार में पहला शिक्षा मंत्री बनाया गया.

CJI दीपक मिश्रा का परिवार और कांग्रेस!

जहां तक CJI दीपक मिश्रा की बात है तो उन्होंने शुरुआती स्कूली पढ़ाई ओडिशा के बानपुर स्थित गोदाबरिश विद्यापीठ से की. ये उनके दादा के नाम पर ही बना था. गोदाबरिश मिश्रा के तीन बेटे थे. बड़े बेटे लोकनाथ मिश्रा, जो स्वतंत्र पार्टी (सी राजागोपालचारी द्वारा स्थापित) के सदस्य थे. बाद में उन्होंने जनता पार्टी ज्वाइन कर ली. 1960 से 1978 के बीच लोकनाथ मिश्रा राज्यसभा सदस्य चुने गए. 1991 से 1997 के बीच वे अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड और असम के राज्यपाल भी रहे. इस दौरान यानी 1991 से 1996 के बीच केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी.

दीपक मिश्रा के पिता थे कांग्रेसी विधायक

गोदाबरिश मिश्रा के दूसरे बेटे का नाम रघुनाथ मिश्रा था. ये भी कांग्रेस से जुड़े थे और बानपुर से विधायक भी चुने गए थे. CJI दीपक मिश्रा रघुनाथ मिश्रा के ही बेटे हैं.

दीपक मिश्रा के चाचा भी थे CJI

गोदाबरिश मिश्रा के सबसे छोटे बेटे रंगनाथ मिश्रा थे. जो 1990 में 14 महीने के लिए चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) रह चुके हैं. CJI दीपक मिश्रा का भी कार्यकाल 14 महीने का ही है. दीपक मिश्रा इसी साल 2 अक्टूबर को रिटायर होंगे.

रंगनाथ मिश्रा साल 1969 में ओडिशा हाई कोर्ट के जज नियुक्त किए गए थे. जिसके बाद 1981 में इन्हें ओडिशा हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस बनाया गया. BJD से राज्यसभा सांसद और सीनियर वकील पिनाकी मिश्रा रंगनाथ मिश्रा के ही बेटे हैं. जस्टिस रंगनाथ मिश्रा 1993 में NHRC के चेयरमैन नियुक्त किए गए. तब केंद्र में नरसिम्हा राव की अगुवाई में ही कांग्रेस की सरकार थी.

 

 

 

 

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