नई दिल्ली 22 सितम्बरः वो मासूम बच्चा कक्षा पांचवी मे पढ़ता था। उसकी गलती यह रही कि उसे टेस्ट मे सही उत्तर नहीं आये। इस पर टीचर ने उसे तीन घंटे तक क्लास के बाहर खड़ा रखा। यह बात बच्चे को इतनी नागवार गुजरी कि उसने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। यह हादसा गोरखपुर के कान्वंेट स्कूल का है।
बताया जाता है कि गोरखपुर के कान्वंेट स्कूल मे पढ़ने वाला नवनीत कक्षा पांच का छात्र था। उसका 15 सितम्बर को एग्जाम था। नवनीत अपने टीचर के रवैये से खुश नहीं था।
वह स्कूल से जब लौटा तो निराश था। नवनीत के पिता रवि प्रकाश ने उससे पूछा भी, लेकिन उसने कुछ नहीं बताया। रवि प्रकाश ने सोचा कि परीक्षा के चलते बच्चा टंेशन मे होगा।
रवि प्रकाश ने बताया कि स्कूल से आने के बाद वह अपने कमरे मे चला गया। मम्मी ने जब उसे खाना दिया तो पहला कौर खाने के बाद वह बाकी खाना और पानी लेकर कमरे मे चला गया। काफी देर तक वह कमरे से नीचे नहीं आया, तो हम लोग कमरे मे पहुंचे।
कमरे मे नवनीत उल्टा लेटा था, उसके मुंह से झाग निकल रहा था। हम लोग उसे तत्काल अस्पताल ले गये। अस्पताल मे डॉक्टरो ने उसे मृत घोषित कर दिया।
रवि प्रकाश ने बताया कि नवनीत बहुत होशियार था। वह टयूशन भी लेता था और उसके क्लास मे अच्छे नंबर आते थे। नवनीत की मौत के बाद परिजनो ने स्कूल मे हंगामा किया। इसके बाद स्कूल के बाहर पुलिस तैनात कर दी गयी।
रवि प्रकाश का आरोप है कि टीचर टयूशन के लिये दबाव बनाती थी। बरहाल, पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। यहां सवाल यह है कि क्यों छोटे-छोटे बच्चे मानसिक रूप से इतने कमजोर हो रहे कि वो आत्महत्या जैसा कदम उठा रहे? यह हमारे बदलते समाज के लिये सोचनीय प्रश्न है।