लखनउ 15 सितम्बरः सहारनपुर की एक मासूम ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चिटठी लिखी है। अपने कोमा मे पिता के इलाज के लिये लिखी गयी चिटठी हर किसी को भावुक कर रही है। बिटिया ने पिता के इलाज के लिये आर्थिक मदद की मांग की है।
मामला गंगोह ब्लाक के गांव अलीपुरा का है। यहां के रहने वालेअरूण फोटोग्राफी का काम करते थे। लेकिन करीब एक वर्ष पूर्व वह थाना मिर्जापुर क्षेत्र के एक गांव में फोटोग्राफी कर बाइक से वापस लौट रहे थे। इसी दौरान एक ट्रैक्टर-ट्राली ने उनकी बाइक में पीछे से टक्कर मार दी थी। जिससे उन्हें गंभीर चोटें आई थी और वह कोमा में चले गए थे।
परिवार में अरुण ही इकलौता कमाने वाला शख्स था। दुर्घटना से 15 दिन पूर्व ही उसकी पत्नी ने एक बेटे को जन्म दिया था। अरूण की पांच साल की बेटी ईशु उस वक्त 5 साल की थी। अरूण के पिता और भाई मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं। अरुण की एक बहन है जिसकी अभी तक शादी नहीं हुई है।
दुर्घटना के बाद अरूण की पत्नी ने जगाधरी, हरियाणा में उसका उपचार कराया, परंतु गंभीर हालत के चलते उसे वहां से पीजीआई चंडीगढ रेफर कर दिया गया। करीब एक साल तक उपचार कराने के बाद भी उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ और उनकी सारी जमा पूंजी भी खत्म हो गई।
इसके बाद अरूण के परिजन उसे घर ले आए। अरूण की पुत्री ईशु से अपने पिता की हालत और माता की बेबसी देखी नहीं गई। उसने परिवार की बेहद खराब आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अपने पिता का उपचार कराने का आग्रह किया है। पत्र में बच्ची ने एक साल से कोमा में पड़े पिता के लिए मदद की गुहार लगाई है। पत्र में बच्ची ने बताया कि पिता के इलाज में सारे पैसे खर्च हो चुके हैं। इससे परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि पिता का इलाज कराना दूर घर में खाने के लिए भी कुछ नहीं है। बच्ची को पूरा विश्वास है कि पीएम मोदी उसके पत्र का संज्ञान लेकर उनकी मदद अवश्य करेंगे।