नई दिल्ली 22 मार्च। केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने लालकृष्ण आडवाणी को टिकट न दिए जाने को लेकर अपना बयान दिया है। आज तक न्यूज़ चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा कि आडवाणी जी का टिकट नहीं कटा है इस बार उन्होंने भी चुनाव ना लड़ने का मन बना लिया है।
उमा भारती ने कहा कि यही कारण है कि आडवाणी जी पहले भी कई बार चुनाव नहीं लड़ आए हैं उन्होंने कहा कि आडवाणी जी को हम भुला नहीं सकते 1984 में 2 सीटों से बीजेपी की शुरुआत आज यहां तक पहुंची है तो आडवाणी जी के कारण ही यह संभव हुआ है।
उमा भारती ने कहा कि यह बात गोवा से शुरू हुई। जब नरेंद्र मोदी को प्रचार समिति की कमान सौंपने की बात हुई थी । उस समय राजनाथ सिंह पार्टी अध्यक्ष बने थे और उस वक्त भी आडवाणी गोवा नहीं गए थे। इसके बाद चर्चाएं चली और उसे मोदी बनाम आडवाणी बना दिया गया था ।
उमा भारती ने कहा कि वह बात आज तक खत्म नहीं हुई और इस बात को खत्म करने का एक ही तरीका है आडवाणी जी से अपील करती हूं कि वह खुलकर मोदी जी को आशीर्वाद दें और इन बातों को नकारें। बड़ों ने छोटे को सम्मान के साथ आगे बढ़ाया है इस परंपरा को आडवाणी जी भी समझते हैं।
उन्होंने अपने चुनाव ना लड़ने के फैसले को लेकर कहा कि मैं झांसी से चुनाव लड़ी तो इससे ज्यादा वोटों से जीतेंती, लेकिन मैं गंगा सफाई के लिए पदयात्रा और संगठन का काम करना चाहती हूं । उमा भारती ने कहा कि मुझे पार्टी की ओर से पंजाब व अन्य स्थानों से चुनाव लड़ने का मौका भी दिया जा रहा था, लेकिन मैंने स्वीकार नहीं किया।