उरई में राजकीय वाहन चालको ने शुरू किया वर्क टू रूल आंदोलन, जाने किसे हो सकती है मुसीबत, रिपोर्ट, अवनीत गुर्जर

उरई। राजकीय वाहन चालक संघ ने अधिकारियों द्वारा प्रयोग किये जा रहे प्राइवेट वाहनों में उत्तर प्रदेश शासन लिखे जाने पर विरोध जताया है। उन्होंने परिवहन विभाग को चिटठी लिखकर इस अनधिकारी चेष्टा पर रोक लगाने की मांग की। राजकीय वाहनों के बीमा के लिए भी उन्होंने आवाज उठाई।
राजकीय वाहन संघ की जनपद शाखा ने ऐसी ही 9 ज्वलंत मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन वर्क टु रूल आंदोलन छेड़ दिया है। इसके तहत राजकीय वाहन चालक सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक ही सरकारी वाहन चलायेगें। इसके अलावा किसी समय उन्हें वाहन चलाना स्वीकार्य नही होगा।
महासंघ के जिलाध्यक्ष नसीम खां ने बताया कि वर्क टु रूल का सही अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए एक निगरानी समिति बनाई गई है जिसमें उनके अलावा संगठन के महासचिव महाराज सिंह पाल, कोषाध्यक्ष अर्जुन सिंह पाल, सिचाई विभाग शाखा के अध्यक्ष शंकर लाल, स्वास्थ्य विभाग के कैलाश, अशफाक अहमद, राजू, चंद्रशेखर, देवेंद्र सिंह, संजीव कुमार को शामिल किया गया है। यह टीम शहर के सभी चैराहों का भ्रमण करेगी। अगर कोई साथी निर्धारित समय के अलावा सरकारी वाहन चलाता पाया जाता है तो उससे पांच सौं रुपये जुर्माना वसूल किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि राजकीय वाहन चालक महासंघ का आंदोलन पूरी तरह जायज है। इसलिए कोई अधिकारी किसी भी वाहन चालक का उत्पीड़न न करे। उन्होंने अपेक्षा की कि अधिकारी महासंघ के इस अनुरोध का ख्याल रखेगें।

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