नई दिल्ली 15 मई कर्नाटक चुनाव किन्नर दीजिए आने के बाद यह तो साबित हो गया कि कोई भी गर्ल अपने दम पर सरकार नहीं बना सकता ऐसी स्थिति में जहां जीडीएस किंग मेकर की भूमिका में आ गई है वहीं बीजेपी के पास इस नाटक को रोकने के लिए एक आखरी दो बच्चा है भाजपा और गांव को चलकर वह आसानी से कर्नाटक सत्ता अपने हाथ में ले सकती है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव प्रचार के आखिरी झटके में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी तो बन गई लेकिन बहुमत पाने में थोड़ा पीछे रह गई bjp के नेताओं को इस बात का मलाल है कि सत्ता की चाबी सामने रखी हुई भी वह हाथ में नहीं ले पा रहे हैं नेताओं को उम्मीद है कि सरकार उनकी ही बनेगी और यदुरप्पा ही CM बनेंगे
बीच बीजेपी ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है. येदियुरप्पा ने कर्नाटक के राज्यपाल ने मिलकर अपना दावा पेश कर दिया है. लेकिन आंकड़े पक्ष में नहीं हैं. ऐसे में बीजेपी के एक पास पहला विकल्प है कि वो विपक्ष में बैठे. वहीं अगर राज्यपाल बीजेपी को बहुमत साबित करने के लिए मौका देते हैं तो ऐसी सूरत में बीजेपी की कोशिश होगी कि सरकार के खिलाफ विपक्ष में वोट कम पड़े. यानी फ्लोर में विपक्षी विधायकों की संख्या कम हो, ताकि आसानी से विधानसभा में मौजूदा बहुमत के आंकड़े को छुआ जाए और अल्पमत की सरकार बन जाए.