नई दिल्ली 1 जुलाई । आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में जम्मू कश्मीर में राष्ट्रपति शासन की अवधि बढ़ाने का प्रस्ताव रखा। यह प्रस्ताव लोकसभा से पास हो चुका है, जहां पर कांग्रेसमें इसका विरोध किया था।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि चुनाव आयोग जब कहेगा सरकार चुनाव कराने में थोड़ी भी देरी नहीं करेगी । उन्होंने कहा कि पीडीपी से गठबंधन का फैसला हमारा नहीं, कश्मीर की जनता का था । क्योंकि खंडित जनादेश मिला था ।
कोई दल सरकार बनाने के लिए पर्याप्त संख्या बल हासिल नहीं कर पा रहा था। इस कारण से हम ने पीडीपी के साथ सरकार बनाई।
उन्होंने कहा कि हम तो देश भर में विधानसभा और लोकसभा के चुनाव एक साथ कराना चाहते हैं, लेकिन आप उसका समर्थन नहीं करते ।उन्होंने कहा कि कश्मीर में सुरक्षा के कारणों के चलते चुनाव नहीं कराए गए ।
विधानसभा चुनाव के लिए हजार से ज्यादा प्रत्याशियों को सुरक्षा देना मुमकिन नहीं है । क्योंकि अन्य राज्यों में भी चुनाव हो रहे थे। वहां वीर सुरक्षाकर्मियों की जरूरत थी