नई दिल्ली 17 अप्रैलः अगर आरबीआई गुजरात सरकार की सलाह को मान लेती, तो क्या देश मे कैश का संकट नहीं होता? यह सवाल इसलिये उठा है क्यांकि गुजरात सरकार ने आरबीआई को कैश संकट के पहले ही अलर्ट किया था।
गुजरात सरकार ने आरबीआई को कैश संकट से पहले बैंक मे कैश बढ़ाने पर जोर दिया था। इसका कारण गुजरात मंे कई बैंक मे कैश की कमी थी।
आज देश मंे कैश को लेकर अफरा तफरी सी मच गयी है। लोग एटीएम और बैंक के चक्कर लगा रहे है। सरकार जोर दे रही है कि कैश संकट एक दो दिन मंे हल हो जाएगा।
उधर, बिजनेस प्रमुख एक अखबार को दिये बयान मे वित्तमंत्रालय के प्रमुख आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल ने कहा कि नोटबंदी जैसे हालात नहीं है। दो हजार के नोट की छपाई कुछ महीने पहले ही बंद कर दी गयी थी। इसके चलते अप्रैल माह मे कुछ कारण से अप्रत्याशित निकासी ने यह समस्या खड़ी कर दी। मौजूद संकट से बैंकिंग व्यवस्था पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
प्रमुख बिजनेस अखबार को सान्याल ने बताया कि केन्द्र सरकार को मोजूदा करेंसी संकट का कारण पता चल चुका है और देशभर में करेंसी की मौजूदा समस्या को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है. सान्याल ने कहा कि केन्द्र सरकार पूरी कोशिश कर रही है और अगले कुछ घंटों में देशभर के एटीएम में स्थिति को सामान्य कर लिया जाएगा.