कोंच (जालौन)। 4 दिन से अवैध रूप से अधाधुन्न रात के अंधेरे में जेसीबी मशीन से मिटटी खोदकर कर प्रतिदिन हजारों रूपये का राजस्व को लगाया जा रहा चूना। वही खनिज विभाग इस कारोबार के प्रति अपनी आंखे बंद किए हुये है।
शासन द्वारा सख्ती के साथ अबैध रूप से जेसीबी मशीन से मिटटी खनन पर रोक लगाये जाने के बाद भी तहसील क्षेत्र में खनन है कि रूकने का नाम नहीं ले रहा है और खनन माफिया शासन-प्रशासन को खुली चुनौती देते हुये रात के अंधेरे में जेसीबी मशीन की मदद से मिटटी खनन कराकर राजस्व विभाग को तगड़ा चूना लगाकर अपनी जेबें
भरने में लगे हुये हैं। क्षेत्र के कोंच उरई रोड पर स्थित ग्राम बरोदा
खुर्द के समीप एक खेत में जोरों पर अबैध रूप से मिटटी की खुदाई की जा रही है और स्थानीय अधिकारीगण इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं जिससे खनन करने वाले माफिया के हौंसले दिन-प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं। वहीं अबैध मिटटी खनन के खेल में लगे मिटटी खनन माफिया के गुर्गे भी पूरी रात सक्रिय रहते हैं जो सड़क किनारे खड़े होकर अधिकारियों की लोकेशन लेते रहते हैं।
इस सम्बध में तहसीलदार कौशल किशोर से जानकारी ली गयी तो तहसीलदार ने बताया कि उसकी 1 हजार ट्राली मिटटी की परमीशन बताया है। आपको बता दे कि प्रशासन एक ओर जेसीबी मशीन से कारोबार करने की अनुमति कभी नही देता है और मिटटी खनन
माफिया हजारों ट्राली मिटटी निकालकर अभिलाषा पैलेस के सामने डाली जा रही है।आखिर प्रशासन क्यों मौन साधे हुए है। मिटटी खनन माफिया दिन में तहसील पर आकर अधिकारियो के कार्यालय के चक्कर लगाता रहता है
नियम कायदों की धड़ल्ले से उड़ती धज्जियां
– जैसा कि प्राप्त जानकारी के अनुसार नियमतः अधिकतम तीन मीटर तक मिट्टी की खुदाई की जा सकती है लेकिन यह खुदाई जेसीबी मशीन से नही की जा सकती बल्कि मजदूरों के माध्यम से की जा सकती है लेकिन बरोदा खुर्द में चल रहे अवैध खनन के मामले में लिप्त खनन माफिया सत्ता पक्ष के माननीयों का संरक्षण प्राप्त होने के कारण खनन के नियम कायदों की धज्जियां उड़ाते हुए मनमाने नियम कायदों की नई इबारत लिखता नजर आ रहा है।
