नई दिल्ली 21 सितम्बरः दुर्गा प्रतिमाओ के विसर्जन पर रोक संबंधी याचिका पर सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने इसे गलत माना और कहा कि रोक आखिरी रास्ता नहीं हो सकता। कोर्ट के फैसले के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि कोई मेरा गला काट ले, लेकिन मुझे शान्ति के लिये जो करना है, वो मैं करूंगी।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल मे ममता बनर्जी ने दशहरे के दिन शाम 6 बजे तक ही प्रतिमाओ के विजर्सन के आदेश दिये थे। क्यांेकि उनका मानना था कि दूसरे दिन मुर्हरम होने से प्रतिमाओ का विसर्जन ठीक नहीं होगा। ममता का यह कदम पूरी तरह से राजनैतिक माना जा रहा है। इसको लेकर जनहित याचिका दायर की गयी।
कोर्ट ने सुनवाई के दौरान ममता सरकार को जमकर फटकार लगायी। कोर्ट ने कहा कि अंतिम विकल्प को आप कैसे सबसे पहले लागू कर सकते हैं। मुहर्रम व दुर्गा प्रतिमा विसर्जन को लेकर अलग-अलग रूट बनाये जा सकते हैं।
बरहाल, ममता बनर्जी को कोर्ट से झटका मिलने के बाद राजनैतिक खेमे मंे आवाज आना शुरू हो गयी है कि ममता मुस्लिम वोटो के लिये जो कदम उठाना चाहती है, उसे शायद ही कोई स्वीकार करे।
कलकत्ता हाईकोर्ट ने यह भी कहा कि आप बिना किसी आधार के अधिक शक्ति का प्रयोग कर रहे हैं। सरकार को सिलसिलेवार कदम उठाने होंगे। हाईकोर्ट के फैसले पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा है कि कोई मेरा गला काट सकता है लेकिन कोई भी मुझे यह नहीं बता सकता कि क्या करना है। मैं शांति बनाए रखने के लिए जो कर सकती हूं, वो करूंगी।