नई दिल्ली 18अप्रैलः देश मे व्याप्त कैश किल्लत को लेकर लोग अपना-अपना नजरिया व्यक्त कर रहे हैं। सरकार दावा कर रही है कि कैश का संकट एक दो दिन मे समाप्त हो जाएगा। 2 हजार के नोट की छपाई बंद होने और अचानक लोग का पैसा निकालने की खबर के बीच यह भी आशंका व्यक्त की जा रही है कि क्या इसका कनार्टक चुनाव से कोई कनेक्शन है?
विपक्षी दल की दलीले है कि सरकार ने अपने मनमाने अंदाज को एक बार फिर दिखाया है। दल के नेताआंे को आशंका है कि कनार्टक चुनाव प्रभावित करने के लिये नोट की किल्लत पैदा की गयी।
इस संकट पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि पैसे की कोई कमी नहीं है लेकिन ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कंफेडरेशन यानी एआईबीओसी के मुताबिक बैंकों के पास 30 से 40 फीसदी तक नकदी की कमी है.
अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार पर पूरे बैंकिंग सिस्टम को बर्बाद करने का आरोप लगाया है. कांग्रेस इशारों-इशारों में बीजेपी पर कर्नाटक चुनाव प्रभावित करने के लिए भारी भरकम रकम इस्तेमाल करने का आरोप लगा रही है. गौरतलब है कि देश में प्रमुख विपक्षी दल मौजूदा संकट को नोटबंदी से तुलना कर रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कई राज्यों में जारी करेंसी संकट को नोटबंदी जैसे हालात बताया है.
चुनाव के दौरान रैलियों में होने वाले खर्चे के चलते पार्टियों ने भारी मात्रा में कैश निकाला है, जिसका इस्तेमाल चुनाव में होगा. हालांकि, अब तक ऐसा कोई भी मामला सामने नहीं आया है.