झाँसी। थाना समथर के ग्राम बेलमा खुर्द के प्राथमिक विद्यालय के बच्चों ने अरंडी के फल खा लिये। बच्चों ने दो अध्यापिकाओं को भी फल खिला दिया। अण्डी के फल खाने से दो अध्यापिकाऐं सहित सात बच्चें फूड प्वाइजिनिंग का शिकार हो गये। सभी को समथर अस्पताल में उपचार के लिये भर्ती कराया गया।
एबीएसए अस्पताल पहुंचे घटना के सम्बंध में बताया जाता है कि ग्राम बेलमाखुर्द में विद्यालय के बाहर अरंडी के पेड़ लगे हुये है। मंगलवार को विद्यालय के समय मध्यान्तर में कुछ बच्चें परिसर से बाहर आकर खेलते हुये अरंडी के पेड़ के पास पहुंचे और पेड़ से अण्डी के फल तोड़कर खाने लगे और कुछ फल विद्यालय आकर प्रधानाध्यापिका रेखा कुशवाहा एवं सहायक अध्यापिका रजिया सुल्ताना को भी खिलाये। इसके कुछ देर बाद अचानक दोनों अध्यापिकाओं सहित करीब आधा दर्जन बच्चों को उल्टियां होने लगी। बच्चों के बीमार होने की सूचना उनके अभिभावकों को दी गयी कुछ देर में प्रधानाध्यापिका रेखा कुशवाहा एवं सहायक अध्यापिका रजिया की हालत में सुधार हो गया, लेकिन बच्चों को उल्टियां होती रही।
परेशान अभिभावक अलग-अलग चिकित्सकों के पास बच्चों को ले गये। घटना की सूचना एबीएसए जमील अहमद को दी गयी। एबीएसए गांव पहुंचे और मामले की जानकारी ली। एबीएसए ने अभिभावकों से संपर्क स्थापित किया और सभी बच्चों को समथर के सरकारी अस्पताल में भर्ती करने का अनुरोध किया। एबीएसए के व्यक्तिगत रूप से कहने पर सभी बच्चों को समथर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
अस्पताल में कक्षा पांच के बच्चे अनिल (10), आरती (9), भानुप्रताप (12), स्नेहा (8) ,कक्षा 4 के छात्र मानवेन्द्र (10) एवं कक्षा 3 की सृष्टि (7) को भर्ती कराया गया, जबकि कक्षा 1 की छात्रा तमन्ना (4) को मोंठ के प्राईवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। तमन्ना को भी मोंठ से वापिस बुलाकर देर शाम समथर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। आरती और अनिल की तबीयत ठीक होने पर दोनों बच्चों को देर रात गांव भेज दिया गया। एबीएसए जमील अहमद ने बताया कि सभी बच्चों की हालत ठीक है। देर रात तक एबीएसए अस्पताल में मौजूद रहे। अस्पताल के इंचार्ज डॉक्टर राजवीर सिंह का कहना है कि बच्चों ने अधिक मात्रा में कुछ खा लिया है, जिससे फूड प्वाइजिंग होने लगी, जिसके कारण बच्चों को उल्टियां हुयी। अब बच्चों की हालत में सुधार है।