नई दिल्ली 18 मार्चः क्या वाकई राजनेताओ के लिये नोएडा जाना अपशकुन होता है?यह सवाल पिछले दिनो उपचुनाव मे भाजपा को मिली करारी हार के बाद उठ रहा है। योगी इसे अफवाह बता रहे हैं।
यूपी मे भाजपा की प्रचंड जीत के बाद मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनो ही नोएडा का दौरा किया था। कहा गया था कि योगी के वहां जाने के बाद उन्हे नुकसान उठाना पड़ सकता है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने तो पत्रकारो से बात करते हुये कह तक दिया था कि नोएडा जाने के परिणाम देखने को तैयार रहे।
सवाल के जवाब में योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘मेरे लिए कोई भी जगह अशुभ नहीं है, अशुभ को शुभ बनाने के लिए मैं यूपी में सत्ता में आया हूं, जिन लोगों ने राज्य में अराजकता फैलाई थी, उससे राज्य को मुक्त करना ही शुभ है. प्रदेश की विकास गति को आगे बढ़ाना शुभ है. इसलिए जहां भी अशुभ होगा, वहां हम जाएंगे.’
उन्होंने आगे कहा कि जल्द ही मेरा नोएडा में कार्यक्रम लगने वाला है. उत्तर प्रदेश के भ्रष्टाचार, गुंडागर्दी जो अशुभ का प्रतीक है, उसे दूर करने के लिए योगी के रूप में हरसंभव प्रयास करता रहूंगा.
बता दें कि नोएडा को लेकर राजनीतिक पार्टियों और नेताओं में काफी पूर्वाग्रह है. सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मायावती नोएडा आने से बचते रहे हैं.