झाँसी। बीते रोज मुक्ताकाशी मंच पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बुंदेलखंड के लिए 10000 करोड़ों की सड़क परियोजनाओं की घोषणा की । उन्होंने बताया कि बेतवा नदी पर जलमार्ग बनाया जाएगा।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने बताया कि बारिश से किसानों की फसल बर्बाद हुई है, इसका आकलन किया जा रहा है जल्द ही किसानों को इसका मुआवजा मिलेगा।
इस दौरान वह भारती चुनाव से पहले अपने संसदीय क्षेत्र से लापता रहने को लेकर एक बड़ी बात कह गई । उन्होंने कहा कि मैं निकम्मी हू और यह मानती है कि वह जनता से दूर रही। इसका उन्होंने एक उदाहरण भी दिया।
जालौन के सांसद भानु प्रताप वर्मा को लेकर कहा कि वह ऐसे सांसद है, जो लगातार जनता के संपर्क में रहते हैं।
उमा भारती की खुद को निकम्मा बताए जाने के बाद राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है । राजनीतिक जानकार मान रहे हैं कि यह उमा भारती का खुद को राजनीति क्षेत्र में बनाए रखने का एक राजनीतिक हथकंडा है ।जनता के बीच अपने को निकम्मा बताकर इमोशनल कार्ड खेल रही हैं।
राजनीतिक जानकार मान रहे हैं कि पिछले 4 साल में जिससे क्षेत्र से लापता रही उसने जनता से उनकी दूरी को काफी बढ़ा दिया है। उमा जनता से दूरी कम करने के लिए खुद को नकारा साबित कर जनता के सामने यह जताना चाहती हैं कि उनसे गलती हो गई । शायद जनता उनके इस इमोशनल कार्ड से प्रभावित हो जाए।
राजनीतिक जानकार कह रहे हैं कि अब यह उमा का इमोशनल कार्ड चुनाव के समय काम नहीं आएगा क्योंकि उन्होंने अपना राजनीतिक इतिहास नहीं बदला है जिसमें यह कहा जाता है कि वह एक बार फिर से चुनाव लड़ती है वहां दोबारा पलट कर नहीं देखती।
वर्तमान हालातों में उमा भारती को जिस तरह से बीजेपी की राष्ट्रवाद की लहर नजर आ रही है उसमें वह अपने ही राजनीतिक निर्णय को बदलने के मूड में नजर आ रही हैं । कहा भी जाता है कि उमा भारती राजनीतिक हथकंडे अपनाने में अन्य नेताओं से कहीं आगे हैं । पल में नरम और पल में गर्म की छवि को जनता के सामने इसी लिए बनाए रखती हैं, ताकि मौका पड़ने पर उसे भुनाया जा सके।
यही कारण है कि उमा भारती ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद फूड प्रोसेसिंग पार्क बनकर तैयार हो जाएगा सभा को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य विपक्ष के महागठबंधन को ठग बंधन बताया।
