खेलो इंडिया अस्मिता वीमेन सीनियर खो-खो लीग की मेजबानी पहली बार झांसी को मिली

भारतीय खेल खो-खो एवं बालिकाओं को बढ़ावा
देना प्राथमिकता-चांसलर बीयू

झाँसी
खेलो को जमीनी स्तर से ग्रामीण अंचल की प्रतिभाओ को आगे लाने एवं खेल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बुंदेलखंड क्षेत्र मे विगत 4 वर्षो से कार्य कर रही संस्था फिजिकल एजुकेशन सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के अथक प्रयास से झाँसी को पहली बार खेलो इंडिया अस्मिता वीमेन सीनियर खो-खो लीग की मेजबानी मिली है बताते चले की खो खो भारतीय संस्कृति का खेल है जो एक समय तक पुराने ढर्रे पर चल रहा था परन्तु खो-खो फ़ेडरेशन ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल एवं महासचिव एम एस त्यागी के अथक प्रयास से खो-खो मिट्टी से मैट तक़ पहुंच चुका है और खो-खो की लोकप्रियता लगातार बढ़ती जा रही है फाउंडेशन के अध्यक्ष नृपेन्द्र सिंह परिहार रिंकू नें बताया की इस प्रतियोगिता के आयोजन की ज़िम्मेदारी फेडरेशन ने फिजिकल एजुकेशन सोशल वेलफेयर फाउंडेशन को दी है जिसे फाउंडेशन बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर सयुंक्त तत्वावधान में आयोजित कर रहा है 17 से 19 मार्च 2024 को बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी इंडोर स्टेडियम झाँसी मे प्रतियोगिता होगी। जिसमे देश भर से 12 प्रदेशो की टीमे उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़,मध्यभारत, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कोल्हापुर, दादर नगर हवेली, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखण्ड, गुजरात, विदर्भ
टीमे सहित 300 खिलाडी व आफिसियल प्रतिभाग करेंगे। आयोजन समिति के अध्यक्ष हैप्पी चावला नें बताया की झाँसी के इतिहास मे पहला मौका है की खेलो इंडिया वूमेन खो खो लीग की राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता झाँसी मे हो रही है इस आयोजन को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा जिससे खिलाड़िओ को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो पाए वही बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी झाँसी के स्पोर्ट्स ऑफिसर डॉ सूरज पाल कसाना नें बताया की खो खो लीग इंडोर स्टेडियम मे भव्यता के साथ एवं सभी मैच दिन एवं रात मे दूधिया रौशनी मे होंगे जिसकी तैयारियां पूर्ण रूप से कर ली गयी है। फाउंडेशन के संरक्षक रोहित पाण्डेय ने इस आयोजन को झांसी सहित बुन्देलखण्ड क्षेत्र में खो खो की विकास यात्रा का अभिनव प्रयोग का आगाज़ बताया है। भारतीय खो खो संघ के कोर्डिनेटर रविकान्त मिश्रा द्वारा आयोजन को सफल बनाने के दिशा निर्देश दिए गए है उन्होंने बताया की
भारत की माटी का खेल खो-खो जिसमें देश के सर्वोच्च खेल सम्मान अर्जुन पुरस्कार विजेता बनी खो खो खिलाड़ी नसरीन का जीवन एक लगनशील और प्रेरणा का परिचय है। कहीं ना कहीं इस आयोजन के माध्यम से खेल एव युवा कार्यक्रम मंत्रालय भारत सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण को बल दिया जा रहा है।खेल विशेषज्ञ ब्रजेन्द्र यादब नें बताया ये आयोजन निश्चित ही बुंदेलखंड की प्रतिभाओ को बढ़ाने मे मददगार होगा फाउंडेशन सचिव ठाकुर दास कुशवाहा सहित डॉ जितेंद्र सिद्धार्थ,धर्मेंद्र,सतीश,स्वेता राय,शिवानी राय,देवेंद्र अभिषेक गजेंद्र, अर्जुन आदि नें हर्ष जताया।

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