– दिनों में किया 7 किलोमीटर का सफर, हजारों की संख्या में ग्रामीणों ने भगाया हाथियों को ,जिला मुख्यालय से केवल 12 किलोमीटर दूर है अब हाथियों का समूह*
अनूपपुर मध्य प्रदेश राजेश शिवहरे )08/अगस्त/023 विगत एक माह से अधिक समय से अनूपपुर जिले के जैतहरी एवं अनूपपुर तहसील एवं वन परीक्षेत्र के ग्रामीण अंचलों में रात भर चहल कदमी कर ग्रामीणों के घरों में तोड़फोड़ कर,बाड़ी,खेतों में लगे धान एवं अन्य तरह की फसलों को अपना आधार बनाते हुए शुक्रवार की शाम हजारों की संख्या में ग्रामीण जनों द्वारा वन विभाग की टीम के निर्देशन में हाथियों के समूह को ग्राम पंचायत पगना के शक्तिकुंडी जंगल से निकलने पर देर शाम भगाते हुए बेलिया गांव के पास तिपान नदी को पार करा कर वन विभाग की सूचना पर रेलवे विभाग द्वारा देर रात अनूपपुर-बिलासपुर रेलखंड के मध्य छुल्हा बेलिया फाटक एवं जैतहरी के मध्य मालगाड़ी एवं यात्री गाड़ियों का आधा घंटा ब्रेक करने पर हाथियों का समूह मनोज सिंह के बेलिया स्थित खेत के किनारे से रेलवे लाइन पार करते हुए कुछ देर चलने बाद अनूपपुर जैतहरी मुख्य मार्ग को पार कर बेलिया से अमंगवा गांव के विभिन्न मोहल्लों में रात्रि भर चलते-चरते मकानों को तोड़ते,फसलों को खाते सोमवार की सुबह वन परीक्षेत्र अनूपपुर के सोनमौहरी बीट अंतर्गत ग्राम छुल्हा के खिरना टोला नाला में स्थित बरमसिया के झाड़ियों के बीच पूरा दिन बिताने बाद सोमवार के देर रात छुल्हा गांव के खिरनाटोला,अमगवां गांव के नयाटोला सरईहाटोला,हायर सेकेंडरी के समीप से गुवारी गांव के किनारे होकर मंगलवार की सुबह जैतहरी में स्थित मोजर बेयर प्लांट में गेट नंबर 5 मठ तालाब के पास सीमेंट कंक्रीट प्लेट से बनी बाउंड्री को एक बार फिर तोड़ते हुए प्लांट के अंदर स्थित मिश्रित प्लांटेशन में पहुंचकर विश्राम कर रहे हैं हाथियों के दूसरी बार मोजर बेयर प्लांट के अंदर प्रवेश कर रुकने से प्लांट के अधिकारियों एवं कर्मचारियों में दहशत की स्थिति बनी हुई है वही हाथियों के दल को भगाने के लिए ग्राम लखनपुर,अगरियानार,खोलईया,केकरपनी,दुधमनिया,गौरेला,गोबरी,पगना,ठेगरहा,बांका,बेलिया,छुल्हा,अमगवां के साथ हाथियों से प्रभावित अनेकों गांव के हजारों ग्रामीण ग्रामीण,जनप्रतिनिधियों,वन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों के नेतृत्व में हाथियों के समूह को भगाते रहे इस दौरान अनूपपुर जैतहरी मार्ग को देर रात तक एक घंटे के लगभग बंद कराया गया हाथियों की समूह का सबसे बड़ा कबरा कांन वाला सदस्य ने ग्रामीणों के भगाए जाने पर खुद एवं समूह की सुरक्षा को देखते हुए बीच-बीच में दौड़ने का प्रयास किया किंतु समाचार लिखे जाने तक किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति निर्मित नहीं हो सकी इस बीच हाथियों के द्वारा कई घरों का भी नुकसान कर घर के अंदर रखे अनाजों को अपना आहार बनाया है निरंतर हाथियों की उपस्थिति एवं नुकसान पहुंचाए जाने के कारण आम जनता भय की स्थिति में एक माह से अधिक के समय से पीड़ित है वहीं वन विभाग एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीम द्वारा ग्रामीणों के घर,बाड़ी एवं खेतों में हाथियों के समूह द्वारा किए गए नुकसान का आंकलन कर क्षतिपूर्ति का प्रकरण तैयार करने में जुटी हुई है,जिले के जनप्रतिनिधियों एवं कलेक्टर के निर्देश पर अनूपपुर एवं जैतहरी तहसील के कुछ किसानों के तैयार क्षतिपूर्ति प्रकरणों में भुगतान की कार्यवाही की गई है तथा अन्य प्रकरणो के भुगतान की कार्यवाही की जा रही है।