नई दिल्ली 22 मार्च। लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट को आतंक विरोधी कानून के तहत प्रतिबंधित कर दिया है । केंद्र का यह फैसला अलगाववादियों पर बड़ी कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है । अलगाववादी नेता यासीन मलिक जे के एलएफ के प्रमुख हैं।
जेकेएलएफ पर आतंकवादी गतिविधियों को समर्थन करने का आरोप लगता रहा रहा है गृह सचिव राजीव बाबा ने जेकेएलएफ पर प्रतिबंध की जानकारी दी ।
उन्होंने बताया कि जीपीएस के खिलाफ 37 एफ आई आर दर्ज हैं वायु सेना के चार अधिकारियों की हत्या का मामला और मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रूबिया के अपहरण का मामला भी शामिल है।