नई दिल्ली 30 सितम्बरः अपनी राजनैतिक जमीन की तलाश मे नर्मदा यात्रा पर निकल रहे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को इन दिनो अपनी लुंगी खुलने का डर सता रहा है। वो यात्रा मे लुंगी की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
दरअसल, दिग्विजय सिंह की दशहरा पर नर्मदा यात्रा शुरू हो रही है। करीब 6 माह तक चलने वाली इस यात्रा का उददेश्य तो वही बता सकते हैं, लेकिन राजनैतिक जानकार मान रहे है कि इस यात्रा के जरिये दिग्विजय मप्र मे अपनी खोयी हुयी राजनैतिक जमीन को पाना चाहते हैं।
सिंह की इस महात्वाकांक्षा के पीछे आने वाले चुनाव मे अपना पक्ष रखना भी है। सिंह ने खुद को मुख्यमंत्री के पद से दूर रखने का एलान तो कर दिया है, लेकिन यात्रा के दिनो मे वो गांव के लोगो से मुलाकात करते हुये शिवराज सरकार को कठघरे मे खड़ा करंेगे।
यहां सवाल यह नहीं है कि दिग्विजय सिंह की यात्रा से कितना फायदा और नुकसार होगा। सवाल यह चर्चा मे है कि क्या यात्रा के दौरान उनकी लुंगी तो नहीं खुल जाएगीं।
दरअसल, यह पूरा मामला स्वच्छता अभियान से जुड़ा है। रांची नगर निगम ने हाल मे ही हल्ला बोल, लुंगी खोल अभियान चलाया है। इसमे खुले मे शौच करने वालो की लुंगी जब्त कर ली जाती है। उन्हंे शौचालय बनाने के वादे के बाद ही लुंगी वापस दी जाती।
इस पर दिग्विजय सिंह से चुटकी लेते हुये कहा कि हमारी यात्रा के लिये सरकार से बायोमेटिक शौचालय की मांग की गयी है। सरकार ने अभी तक उपलब्ध नहीं कराये हैं। दिग्विजय यात्रा के दौरान शौच को लेकर चिंतित है। उन्होने कहा कि स्वच्छता कोलेकर तुगलकी फरमान जारी किये जा रहे हैं।
मैं नहीं चाहता कि यात्रा के दौरान कोई मेरी या मेरी साथियों की लुंगी ले जाए। उन्होने कहा कि अभी हमारी बायो टायलेट उपलब्ध कराने की मांग को ठंडे बस्ते मे डाल दिया गया है। यानि सिंह को यात्रा के दौरान अपनी लुंगी खुलने का खतरा बना रहेगा?