नई दिल्ली 4 अक्टूबरः यदि मुलायम सिंह यादव का दांव सही पड़ा, तो यकीन मानिये कल आगरा मे समाजवादी पार्टी के होने वाले सम्मेलन मे अखिलेश यादव को मुलायम सिंह यादव के साथ चाचा शिवपाल सिंह यादव का भी आशीर्वाद मिल सकता है। अंदरखाने मे सपा मे सुलह की कोशिश अंतिम दौर मे है। यही कारण रहा कि शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश को फोन किया।
आपको याद होगा कि विधानसभा चुनाव से पहले सपा मे पारिवारिक द्वंद्व कुछ इस तरह गहराया कि अखिलेश गुट ने पूरी पार्टी अपने कब्जे मे करके शिवपाल सिंह यादव को किनारे लगा दिया।
अखिलेश खेमे ने मुलायम सिंह यादव की एक बात नहीं सुनी। अब राजनैतिक जानकार बता रहे हैं कि पुरानी बातो को भुलाकर नये सिरे से पार्टी के संचालन मे अखिलेश यादव का साथ देने के लिये मुलायम सिंह यादव ने अपने भाई शिवपाल सिंह यादव को मना लिया है।
बहुत संभव है कि दोनो आगरा सम्मेलन मे भाग लें। मार्केट संवाद ने पहले ही कह दिया है कि सपा मे सुलह का फाूर्मला तय होने के बाद ही मुलायम सिंह यादव ने अपनी प्रेस वार्ता मे जारी किया गया प्रेस नोट नहीं पढ़ा था।
सपा से जुड़े सूत्र बताते है कि अखिलेश को स्थापित करने और शिवपाल को मैनेज करने की मुलायम सिंह यादव राजनैतिक चाल को आखिर तक कोई नहीं समझ पाया। अब जबकि दोनो धड़ों मे सुलह होने की संभावना बलवती हो गयी है, तो जानकार इसे मुलायम सिंह यादव के राजनैतिक अनुभव की जीत मान रहे हैं।
बीते रोज शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश को फोनकर अध्यक्ष होने की बधाई भी दी। यानि अब सम्मेलन मे पारिवाकि मुददो से इतर राजनैतिक एजंेडे पर चर्चा होने के आसार बढ़ गये हैं?