नई दिल्ली 7 मईः जीएसटी को लेकर अब नोटिस जारी होना शुरू हो गये हैं। उन व्यापारियो को निशाने पर लिया जा रहा है, जिनके रिटर्न मे काफी अंतर है। ऐसे कई व्यापारियो को नोटिस जारी किये गये हैं।
जिन कंपनियों की फाइनल GSTR-1 रिटर्न GSTR-2A से मैच नहीं कर रही है उनको नोटिस भेजना शुरू कर दिया गया है। GSTR-1 सेल्स रिटर्न है, जबकि GSTR-2A पर्चेज रिटर्न होता है। न्यूज एजेंसी के अनुसार सूत्रों का कहना है कि जिनके इन दोनों रिटर्न में अंतर है उनकी स्क्रूटनी करके नोटिस भेजना शुरू कर दिया गया है।
रेवेन्यू डिपार्टमेंट के मार्च 2018 तक विश्लेषण के हिसाब से 34 फीसदी बिजनेस हाउस ने करीब 34400 करोड़ रुपए कम टैक्स पेड किया है। यह अंतर जुलाई से दिसबंर 2017 के बीच पाया गया है। डिपार्टमेंट ने यह विश्लेषण GSTR-3B फाइन होने के बाद किया है। इन 34 फीसदी कारोबारियों ने कुल मिलाकर 8.16 लाख करोड़ रुपए का टैक्स दिया है, लेकिन विश्लेषण के बाद पता चला है कि इनको 8.50 लाख करोड़ रुपए का टैक्स देना चाहिए था।