झाँसी- शुक्रवार की सुबह कमिश्नर कुमुद लता श्रीवास्तव जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में निरीक्षण करने पहुंची। वो जैसे-जैसे कार्यालयों का निरीक्षण कर रही थी उनके तेवर कड़े होते गए । कई विभागीय अधिकारियों को उन्होंने सवालों के घेरे में खड़े करते हुए नाराजगी प्रकट की और पूछा कि क्या व्यवस्थाएं ऐसे संचालित होती है?
जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी के साथ कमिश्नर कुमुद लता सबसे पहले रिकॉर्ड रूम पहुंची।। कागजात की पड़ताल में सामने आया कि आॅफ लाइन आवेदनों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिसके लिए ए0ओ0 को निर्देशित किया गया। इसके बाद एडीएम कोर्ट पहुंचकर कमिश्नर ने विचाराधीन मामलों की जानकारी ली।
उन्होंने सीलिंग अनुभाग, राजस्व सांख्यकी, क्राप कटिंग, जिला भूमि व्यवस्था, चकबन्दी कार्यालय, फूड विभाग का निरीक्षण किया। ओषधि विभाग में लापरवाही देख अधिकारी के वेतन उस वक्त तक रोके जाने के निर्देश दिए गए, जब तक वह अपना सेंपल रिकार्ड सही जगह हस्तांतरण नहीं कर रहे है।
इसके अलावा चकबन्दी कार्यालय में कर्मचारियों की अधिकता देखकर डीएम ने अतिरिक्त कर्मियों को अटैच करने की बात एडीएम से कहीं।
कमिश्नर कुमुदलता श्रीवास्तव ने कहा कि जिन विभागों में कम्प्यूटर की जानकारी लिपिक वर्ग को नहीं है, उन्हें चिन्हित कर प्रशिक्षण दिलाया जाए। जिससे किसी भी तरह से काम पेडिंग न हो पाए। नजारत का निरीक्षण करते वक्त डीएम शिव सहाय अवस्थी ने कहा कि इमारत का रंग कही सफेद कही अन्य रंग का दिख रहा है। उन्होंने पूरी बिल्डिंग को सफेद रंग से कम्प्लीट करने का कहा।
कमिश्नर कुमुदलता श्रीवास्तव से अधिवक्ताओं ने बताया कि अदालतों में अधिवक्ताओं के बैठने की व्यव्स्था नहीं है। इस पर डीएम ने कहा कि आगामी 15 दिन में बैठने के लिए पर्याप्त व्यवस्था हो जाएगी। हालांकि कमिश्नर ने जिलाधिकारी को बधायी देते हुए कहा कि यहां पर मामलों का निस्तारण काफी तेजी से हो रहा है।