झाँसी। प्रदेश में पॉलीथिन पर प्रतिबंध के बाद मेयर रामतीर्थ सिंघल बाजार में लोगो से कपड़ों से बने थैले का प्रयोग करने की अपील करते नजर आए। उनका ये प्रयास सराहनीय कहा जाएगा। सवाल यह है कि क्या महापौर जनता की सबसे बड़ी दुश्मन पॉलिथीन को लेकर अपनाया संघर्ष जारी रख सकेंगे?
आपको बता दें कि प्रदेश सरकार ने पॉलिथीन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है पॉलिथीन मनुष्य की सेहत के लिए सबसे ज्यादा हानिकारक है इतना ही नहीं पॉलिथीन में रखी वस्तु के प्रयोग के बाद उसको फेंकने से जानवर उसका उपयोग कर रहे हैं जिससे वो काल के गाल में समा रहे हैं।
पॉलिथीन न केवल सेहत के लिए बल्कि नगर की साफ सफाई व्यवस्था पर भी प्रहार करती है पॉलीथिन का प्रयोग होने के बाद कचरे में फेंकी जानें से नालियां जाम हो जाती है जिससे सफाई व्यवस्था ध्वस्त हो जाती है।
आपको बता दें कि मार्केट संवाद में प्रदेश में पॉलीथिन के बैन होने से पहले खबर प्रकाशित की थी इसमें महापौर से सवाल किया गया था कि क्या वह झांसी के सबसे बड़ा दुश्मन पॉलिथीन के खिलाफ जंग लड़ सकेंगे । हालांकि महापौर ने उस समय पहल नहीं की लेकिन सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बाद वह सामाजिक संगठन के साथ मिलकर लोगों से पॉलीथिन का प्रयोग ना करने की अपील करते जरूर नजर आए ।
रामतीर्थ सिंघल का यह प्रयास जनता को ही नहीं बल्कि सामाजिक संगठनों को भी बहुत पसंद आया। बीते दिनों में अपने अग्रवाल समाज व अन्य संगठनों के साथ मिलकर मानिक चौक बड़ा बाजार सराफा बाजार आदि इलाकों में लोगों को कपड़े की बैग दिए। उन्हें यह समझाया कि पॉलीथिन का प्रयोग हमारे लिए कितना घातक है।
इस मौके पर व्यापारी नेता राघव वर्मा भी उनके साथ मौजूद रहे।