झाँसी-अस्पताल के ब्लड बैंक में संजीव कुमार नाम का युवक चतुर्थ श्रेणी के पद पर काम करता है। रात्रि में उसकी ड्यूटी ब्लड बैंक में लगी हुई थी। इसी दौरान प्राईवेट अस्पताल से एक ठेकेदार ब्लड बैंक पहुंचा। उसने फ्री में ब्लड मांगा, जिस पर संजीव ने देने से इंकार करते हुए रशीद कटवाने और कागज मांगे। जिस पर ठेकेदार ने देने से इंकार करते हुए गाली गलौज करनी शुरु कर दी। संजीव ने ठेकेदार को गालियां देने से रोका तो उसने अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी और ब्लड बैंक में रखे दस्तावेज फाड़कर तोड़फोड़ करनी शुरु कर दी। हमले में वह घायल हो गया। किसी प्रकार कर्मचारी ने भागकर अपनी जान बचाई। सुबह जब इसकी जानकारी अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारियों को हुई तो वह आक्रोशित हो गये और उन्होंने ताला बंद कर हड़ताल शुरु कर दी। उन्होंने मांग की ऐसे ठेकेदारों के ठेके निरस्त कर गिरफ्तारी की मांग की।
जब इस मामले में सीएमएस से जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि यह बहुत गलत बात है। कर्मचारियों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन कर्मचारी कहीं न कहीं पुलिस की कार्रवाही से संतोषजनक नही हो पा रहे है। हालांकि पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया है। इसके बारे में एसएसपी से अवगत करा दिया है।