झाँसी। झांसी लोकसभा सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी अनुराग शर्मा अपनी पहचान बनाने के लिए चुनावी मैनेजमेंट के हर वह फंडे अपना रहे हैं, जो उन्हें चर्चा में ला सकें । भीड़ में किसी को आत्मीयता से मिलना हो या बच्चे को गोद में उठा कर खिलाना या कारवा के साथ गांव देहात में एकांत में नजर आए हैंडपंप से पानी पीना ।
यह वो फंडे है जो सवालों के घेरे में हैं । क्योंकि इनको ऐसे मौके पर किया जा रहा है , जो अनुराग शर्मा की कार्यशैली के एकदम माने जाते हैं!
कहते हैं कि चुनावी जंग में सब कुछ जायज होता है । कुछ अलग करके सुर्खियां बटोर ना नेताओं की फितरत में शामिल होता है। उद्योगपति से राजनीति का सफर शुरू करने वाले अनुराग शर्मा मैनेजमेंट के क्षेत्र में अपनी एक पहचान रखते हैं ।
मैनेजमेंट कला का वह अपने चुनावी प्रचार में बखूबी प्रयोग कर रहे हैं बीते दो-तीन दिनों के दौरान उन्होंने कुछ ऐसे फंडों का प्रयोग किया, जो साधारण थे , लेकिन अनुराग शर्मा के अचानक किए गए कार्यों के चलते यह सवालों के घेरे में आ गए ।
अनुराग शर्मा की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई। इस फोटो में शर्मा जनसंपर्क के दौरान सड़क की पगडंडी पर बने हैंडपंप से पानी पीते नजर आ रहे हैं। अभी यह साफ नहीं हो सका यह फोटो किस ने पोस्ट की। फोटो पोस्ट होने के बाद राजनीतिक दलों से लेकर संगठनों के लोगों ने अपने नजरिए से इस पर प्रतिक्रिया दी है ।
भारतीय शक्ति पार्टी के पंकज रावत ने कहा कि जो लोग एसी कार में बैठकर घर से दफ्तर जाते हो, सड़क किनारे हैंडपंप से पानी पीने का दिखावा क्यों कर रहे हैं ? क्या उनके पास चुनाव प्रचार के दौरान एक बोतल पानी भी नहीं था ?
पंकज ने सवाल उठाया कि आखिर ऐसी कार्यशैली से क्या आम जनता के बीच अपने पैसे वाली छवि से निकलना चाहते हैं या फिर सहज होने की दिशा में किया जा रहा यह नाटक मात्र है।
वैसे चुनावी जंग में जो भी किया जाए वह कम नहीं होता है, लेकिन सवाल यह है कि अनुराग शर्मा चुनावी फायदे के लिए हथ कंडो का प्रयोग कर रहे हैं, क्या वह चुनावी लाभ दिला सकते हैं या उनकी छवि में बड़े आदमी की चर्चा और गहरी होगी? यह निष्कर्ष तो मतदाताओं की निर्णय के बाद ही निकाला जा सकेगा । सभी को 23 मई का इंतजार है