झाँसी। नगर के चर्चित व्यापारी संजय वर्मा पर आज कचहरी चौराहे पर दिनदहाड़े कातिलाना हमला इस बात का गवाह है कि हमलावर पूरी सुनियोजित तरीके से घटना को अंजाम देने के लिए आए थे । सूत्रों की माने तो हमलावर चार से पांच मोटरसाइकिल पर सवार से और सभी हथियारों से लैस थे। हमलावरों को यह पता था कि संजय वर्मा की गाड़ी कब कितने समय कचहरी चौराहे पर मंदिर के निकट पहुंचेगी।
हमलावरों ने संभवता संजय वर्मा पर पर हमला करने के लिए यहीं जगह को चुना। जिस समय संजय वर्मा की गाड़ी मंदिर के पास पहुंची उस समय वहाँ मौजूद मोटरसाइकिल पर तैनात हमलावर सीधे संजय वर्मा की गाड़ी पर टूट पड़े और उन्होंने गोलियां बरसाना शुरू कर दी ।
बताया जाता है कि ड्राइवर की तरफ का कांच खुला हुआ था इससे सीधे गोली ड्राइवर को लगी। इसके बाद गाड़ी में सवार संजय वर्मा व उनके साथी गाड़ी से उतर कर भागे । हमलावरों ने संजय वर्मा औऱ उनके साथियों पर अंधाधुंध फायरिंग की। हमलावर किसी भी तरह संजय वर्मा पर गोली चलाकर उनकी हत्या करना चाहते थे , लेकिन संजय वर्मा के भागने से मौके पर पर मची भगदड़ में हमलावरों का प्लान चौपट कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो झांसी के चर्चित व्यवसाई और अधिवक्ता संजय वर्मा अपनी कार क्रमांक यूपी 93 एन 6301 में सवार होकर कोर्ट से घर की ओर जा रहे थे। उनके साथ चालक जय गोस्वामी, संजय वर्मा, सुनील कुशवाहा और रवि वर्मा भी कार में थे। अभी वह कचहरी चौराहे पर पहुंचे तभी वहां बाइक सवार तीन हमलावर आ गये। बताया जा रहा है बाइक सवार दो लोगों के दोनों हाथों में असलहा थे। इससे पहले संजय वर्मा कुछ समझते हमलावरों ने पहले चालक पर कई राउंड फायरिंग की। जिससे वह घायल हो गया और उसकी कार आगे जा खड़े ट्रक से टकराते हुए लोडर से टकरा कर रुक गई। गाड़ी रुकते ही बाइक सवारों ने संजय वर्मा समेत उनके सुरक्षाकर्मियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की और भाग गये। यह देख राहगीरों ने इसकी सूचना थाने की पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी को उपचार के लिए मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने जय गोस्वामी को मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार मृतक के शरीर में 8 गोलियां लगी हुई हैं। जबकि संजय वर्मा को एक और उनके सुरक्षाकर्मियों को कई गोलियां लगी होना बताया जा रहा है।
मेडिकल कालेज में संजय वर्मा के सुरक्षाकर्मी की जब बंदूक चली
संजय वर्मा पर हुई फायरिंग की घटना पाकर उनके अन्य सुरक्षाकर्मी और समर्थक मेडिकल कालेज पहुंच गये। जहां वह संजय वर्मा की सुरक्षा में लग गये। इसी दौरान बड़ी भीड़ को हटाने के लिए पहले सुरक्षाकर्मी ने बंदूक लोड कर ली। समझाने पर उसने बंदूक रख ली। इसी दौरान अचानक बंदूक चल गई। जिससे वहां भगदड़ मच गई।
चर्चित व्यवसाई संजय पर हमला करने वालेे कौन है यह तो अभी कह पाना मुश्किल होगा। फिलहाल संजय वर्मा की जमीन को लेकर कुख्यात अपराधी सरदार सिंह गुर्जर से रंजिश चली आ रही है। जमीनी रंजिश को कुख्यात अपराधी सरदार सिंह गुर्जर ने दुकान में घुसकर संजय वर्मा के भाई अजय वर्मा की फायरिंग करते हुए हत्या कर दी थी। जिसमें सरदार सिंह गुर्जर, राव राजा, भगत और नन्ना गुर्जर को न्यायालय ने अजीवन करावास की सजा सुनाई है। इनमें राव राजा की काफी समय पहले जेल में मौत हो चुकी थी। आशंका जताई जा रही है कि इस हमले के पीछे उसी का हाथ हो सकता है। फिलहाल यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट होगा।