झांसी। स्वच्छता अभियान के स्वच्छ भारत स्पर्धा 2018 में बढ़-चढ़कर भाग लेने वाली वार्ड 49 की सभासद सुशीला दुबे अधिकारियों के गलत रवैया से नाराज हैं उन्होंने अपने व समिति के प्रमाण पत्र जिलाधिकारी कार्यालय में जाकर वापस लौटा दिए।
वार्ड 49 की सभासद सुशीला दुबे का कहना है कि वार्ड प्रतियोगिता में उन्हें सबसे ज्यादा अंक प्राप्त हुये थे और नगर निगम में 23 दिसम्बर को कार्यक्रम आयोजित कर परिणामों की घोषणा उपरांत उन्हें प्रथम स्थान पर बताकर प्रमाण पत्र दिया गया। जिलाधिकारी शिवसहाय अवस्थी, नगर आयुक्त प्रताप सिंह भदौरिया व महापौर रामतीर्थ सिंघल ने यह प्रमाण पत्र दिया था।
जब 25 दिसम्बर को लखनऊ में प्रथम स्थान पाने वाले वार्ड के सभासद का सम्मान होना था तो द्वितीय स्थान पर रहे वार्ड 43 सिविल लाइन के सभासद विकास खत्री को सम्मानित कराया गया, इसलिए यह प्रमाण पत्र वापिस कर दिये हैं। साथ ही वार्ड में बनाई समिति के भी प्रमाण पत्र वापिस किये गये।
अधिकारियों का कहना है कि शासन से इसकी माॅनीटरिंग की गई थी और टीम ने यहां आकर खुद जांच कर रिपोर्ट तैयार की है। उसी के हिसाब से अंक दिये गये हैं। इसीलिए प्रथम स्थान पर वार्ड 43 रहा है।