झांसी । राजनीति में भाषा की मर्यादा को तिलांजलि देने में कोई भी दल अपने को पीछे नहीं रखना चाहता है। राजनेताओं की भाषा के गिरते स्तर का ग्राफ अब कार्यकर्ताओं और जिला स्तर के पदाधिकारियों तक भी पहुंच गया है। इसका नजारा आज झांसी के कलेक्ट्रेट में देखने को मिला। यहां राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन देने पहुंचे भाजपाइयों में वंदे मातरम की गूंज में जब राहुल गांधी चोर है के नारे लगाए तो सभी भौचक्के रह गए।
दरअसल, आज भाजपा कार्यकर्ता राफेल मामले पर राहुल गांधी द्वारा झूठ फैलाए जाने के आरोप को लेकर राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन देने पहुंचे थे। भीड़ ज्यादा थी, पदाधिकारी भी थे और कार्यकर्ता उत्साह से लबरेज नजर आ रहे थे।
ज्ञापन देने वालों ने अपनी बात को रखा और भाजपा कार्यकर्ता उत्साह में नारेबाजी में व्यस्त हो गए। देखते ही देखते कलेक्ट्रेट की दीवारें वंदे मातरम जय श्री राम और भाजपा जिंदाबाद के नारों की गूंज से टकराने लगी।
उत्साहित कार्यकर्ताओं के अंदर का गुबार थोड़ी ही देर में गुस्से की ज्वाला के रूप में भभकता हुआ सामने आया । कार्यकर्ताओं के साथ पदाधिकारी भी जोर जोर से चिल्लाने लगे । ‘गली-गली में शोर है, राहुल गांधी चोर है’ नारों की गूंज में कोई यह नहीं समझ पाया कि मुद्दा क्या था और भाजपाई क्या चाह रहे थे ?
जब नारे लगने की होड़ शुरू हुई तो सभी ने राहुल गांधी चोर है के नारे में अपने स्वर मिला दिए और देखते ही देखते पूरा कलेक्ट्रेट परिसर इन नारों से गुंजायमान हो उठा।
इस मौके पर भाजपा महानगर अध्यक्ष प्रदीप सरावगी शैलेंद्र प्रताप सिंह गिरजा तिवारी नीलम सकरैया समेत सैकड़ों भाजपाई मौजूद रहे।