झाँसी। जिस मानव कल्याण विकासवादी संस्थान के जाल में फंस रहे बेरोजगार युवाओं ने अपने परिवार की गाढ़ी कमाई को संचालक के हाथ में सौंप दिया था , यदि यह सिलसिला लगातार चलता रहता , तो बुंदेलखंड की न जाने कितने बेरोजगार ठगी के शिकार हो जाते , लेकिन जब इस मामले की भनक विधायक रवि शर्मा को हुई । उन्होंने युवाओं को बचाने के लिए ऐसा ताना बाना बुना की संस्थान को कानों कान खबर भी नही हुई औऱ संस्था को सीज कर दिया गया।
आपको बता दें कि बीती रात पुलिस ने नगर निगम के सामने खुले मानव कल्याण विकासवादी संस्थान में छापा मारकर उसे सील कर दिया था। संस्थान का संचालन बुंदेलखंड के भोले भाले लोगों को नौकरी का सपना देकर उन से ठगी कर रहा था।
संस्था में रजिस्ट्रेशन कराने के नाम पर युवाओं से रुपए लिए जा रहे थे और उन्हें नौकरी का ऐसा सब्जबाग दिखाया जाता था कि वह अपने ही नहीं बल्कि अपने साथ के लोगों को भी संस्थान में पैसा जमा कराने के लिए मजबूर हो जाते थे ।
ताज्जुब इस बात का है कि संस्थान में पिछले कई दिनों से युवाओं ने पैसा जमा किया, लेकिन किसी ने इस बात की शिकायत नहीं की नौकरी नहीं मिल रही।
इस पूरे खेल के पीछे संस्थान के संचालक का साथ दिमाग काम किया करता था । वह युवाओं को शहर में लगे नामी गिरामी कंपनियों के नौकरी का पोस्टर दिखाया करता था । इसके बाद युवाओं को इस बात का विश्वास हो जाता था कि उन्हें प्रतिष्ठित कंपनियों में नौकरी मिल रही है।
हैरानी आप को इस बात की भी होगी संस्थान में अनपढ़ लोगों को भी 20 से 40 हजार तक की नौकरी देने का दावा किया जाता। यहीं से संस्था शक के दायरे में आती है, क्योंकि बिना पढ़े युवकों को 20 से 40000 के बीच की नौकरी किसी प्रतिष्ठित कंपनी में मिलना नामुमकिन है । जब ये बात विधायक रवि शर्मा के संज्ञान में आयी , तो उनका भी माथा ठनका।
उन्होंने जिला प्रशासन के संज्ञान में मामला लाने के बाद संस्थान के ऊपर कारवाई करने का दबाव डाला। इतना ही नहीं वह पूरे प्रकरण को तब तक देखते रहे जब तक पुलिस ने संस्थान को सीज नहीं कर दिया।
विधायक कहते हैं कि उन्हें इस बात की शिकायत मिली थी किस संस्थान में नौकरी के नाम पर पैसा जमा कराया जा रहा है और कुछ गड़बड़ होने के संकेत हैं । इसके बाद उन्होंने पूरे मामले की प्रशासन से जांच करने की मांग की थी ताकि बुंदेलखंड की युवाओं को किसी भी प्रकार के नुकसान से बचाया जा सके।