झांसी । प्रभारी मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह ने विकास भवन में अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने विद्युत विभाग को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जो गांव संतृप्त हो गये है उनकी सूची दें, जांच कराई जायेगी। यदि कमी मिली तो मौके पर ही कार्यवाही की जायेगी। विद्युत दुर्घटना के क्लेम लम्बित रहने पर भी चिंता करते हुए निर्देश दिये कि नवम्बर 2018 तक अंतिम व्यक्ति तक विद्युत आपूर्ति किये जाने का लक्ष्य है। जिसे पूरा किया जाये।
स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि गलत कार्य करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जाये। गरौठा विधायक द्वारा शौचालय निर्माण की शिकायतों की जाचं की जाये। इसके अलावा गरौठा विधायक ने शिकायत करते हुए बताया कि ग्राम बिजौरा के प्रधान ने सीसी सड़क का पैसा निकाल लिया। इसके बाद भी कार्य नहीं कराया गया।
पहुज नदी के सीमांकन का पुनः सर्वेक्षण करने के निर्देश देते हुए कहा कि वहां जो अवैध निर्माण है उस पर जेडीए द्वारा कार्यवाही की जाये जिससे नगर वासियों को पानी उलब्ध हो सके। लोक निर्माण विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए मंत्री राजेन्द्र सिंह ने कहा कि बिजली-पानी-सड़क जन सामान्य की सांस जुड़ी है।
10 लाख तक ई-टेंडर से मुक्त है इसलिए जन प्रतिनिध्यों से भी कार्यों के लिए सहयोग लिया जाये। दैवीय आपदा के संबंध में जिलाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि बीमा कम्पनी के साथ बैठक कर लें। जो प्रीमियम लिया जाता है और क्षति के बाद जो भुगतान किया जाता है उसका अवश्य रिव्यू कर लिया जाये।
बैठक में विधायक रवि शर्मा, मेयर रामतीर्थ सिंघल, जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी, मुख्य विकास अधिकारी निखित टी फुंडे, नगर आयुक्त प्रताप सिंह भदौरिया समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।