झांसीः बरूआसागर के गोमटा खिरक गांव मे ईट की भटटी पर काम करने वाले दो मजदूरो की संदिग्ध हालातो मे मौत हो गयी। मौत की सूूचना के बाद हड़कंप मच गया। पुलिस ने शव कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिये, लेकिन सवाल उठ रहा कि आखिर मजदूरो की मौत हुयी क्यांे?
जनपद के बरुआसागर थाना क्षेत्र स्थित ग्राम गोमटा खिरक में खेतों पर ईट भट्टे का काम चल रहा है। इस पर गांव के रहने वाला नारायण दास पुत्र सरमन अपने भाई चतुर्भुज, रिश्तेदार दाऊ के साथ काम करता था।
यहां पर दिन में ईट बनाने का काम चल रहा था। लोगों का कहना है कि बीते रोज तीनों ने खाना खाया और रात में भट्टे के पास ही सो गए। आज सुबह जब काफी समय तक वह नींद से नहीं जागे तो अन्य मजदूरों ने उन्हें उठाने का प्रयास किया। लेकिन नारायण व दाऊ की मौत हो चुकी थी, जबकि चतुर्भुज का शरीर बुरी तरह ऐंठा था। हालांकि वह जीवित था, वह कुछ नहीं बता सका।
इसकी सूचना तत्काल बरुआसागर पुलिस को दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों से बातचीत की और दोनों शवों का पंचनामा भरकर उन्हें पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने आशंका जताते हुए बताया कि तीनों ने रात में खाने-पीने में कुछ जहरीला पदार्थ खा लिया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का सही कारण सामने आ सकेगा।