झांसीःकैश की किल्लत ने हर वर्ग को अपने घेरे मे लिया है। आम आदमी एटीएम से निकासी नहीं होने को लेकर परेशान है, तो व्यापारी इस असमंजस मे कि आगे क्या होगा? सभी की नजर सरकार पर है। सरकार का कौन सा कदम कितने दिन मे राहत पहुंचाएगा। हालात बिल्कुल नोटबंदी जैसे नजर आ रहे हैं। लोग एटीएम मशीन को ताक रहे हैं।
देश मे पिछले दो दिन से एटीएम मशीन नोट नहीं उगल पा रही। आज संकट के समाधान मे प्राइवेट बैंक के एटीएम जरूर कुछ नोट से भरे गये, लेकिन सरकारी एटीएम अभी भी हांफ रहे है।
आम आदमी को चिंता यह है कि त्योहार और शादी को लेकर खरीदारी प्रभावित हो रही है। हर कोई घर मे इतना कैश तो रखता नहीं है कि आपातकाल वाली स्थिति से निपट जा सके।
शहर मे रहने वाले प्रेम बताते है कि कल उनकी बिटिया की शादी है। दो दिन से सामान खरीदने को लेकर परेशान है।कई सामान मे कटौती करना पड़ रही है। इतना ही नहीं रिश्तेदारो से उधार लेना पड़ रहा है।
व्यापारी प्रमोद कहते है कि टर्न ओवर के लिये हमे हर समय पैसो की जरूरत रहती है। हम एटीएम से ज्यादा बैंक निकासी पर निर्भर रहते हैं। बैंक पैसे की कमी का रोना रो रहे हैं।
प्रमोद की तरह ही अन्य व्यापारियो की भी यही स्थिति है। सभी की निगाहे सरकार पर है। उनका पता है कि जो कुछ भी होगा, सरकार की ओर से ही होगा।
कैश संकट के मामले मे कुछ लोग इसे राजनैतिक परिदृश्य से भी जोड़कर देख रहे हैं। अपने-अपने तर्क के बीच समाधान कितने दिन मे होगा, इसको लेकर सभी को इन्तजार है।