झांसीः सपा प्रत्याशी राहुल सक्सेना का कार्यालय कचहरी चैराहा स्थित पूर्व एमएलसी श्याम सुन्दर सिंह यादव के मकान में होगा। आज पूर्व एमएलसी के निवास पर सपाईयों की बैठक भी होनी है। गुरू नानक जयन्ती के मौके पर कार्यालय परिसर का उदघाटन भी हो जाएगा।
हालांकि सपा के लिये यह दुःखद स्थिति है कि सत्ता में रहने के बाद भी एक कार्यालय का स्थान चयनित नहीं हो पाया। आरोप लाखों लगे कि सैकड़ांे की जमीनो पर कब्जे कर लिये, लेकिन हकीकत इससे समझी जा सकती है कि पार्टी के नेता क्या करते हैं?
सपा के कददावर नेताओ की पूरी फौज पिछले एक दशक से ज्यादा समय होने के बाद भी पार्टी के लिये कार्यालय नहीं ढूंढ पाये।
कभी गांधी भवन, कभी विवाह घर में बैठक करने वाले सपाईयों ने क्यांे कार्यालय को लेकर रूचि नहीं दिखायी, यह सवाल कार्यकर्ताओ को भी परेशान करता है। जब भी चुनाव का मौका आता है। पूर्वएमएलसी, राज्यसभा सांसद या अन्य दूसरे नेताओ की मेहरबानी का इंतजार किया जाता। यह लोग कार्यालय की जुगाड़ कर देगे।
होता भी यही है। ये नेता चुनाव के लिये कार्यालय का स्थान देकर एक तीर से कई निशाने साध लेते हैं। पहला यह कि अपनी हैसियत दर्शा दी जाती। दूसरा यह कि सब कुछ उन पर केन्द्रित रहे।
बरहाल, सपा प्रत्याशी के लिये कचहरी का मकान कितना लाभकारी होगा। यह तो आने वाले समय में पता चलेगा, लेकिन कार्यकर्ताओ के मन में आज भी सवाल है कि बड़े नेताआंे ने अपने लिये सब कुछ कर लिया। पार्टी के लिये एक कमरा नहीं तलाश पाए?