मऊरानीपुर झाँसी- सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाएं मात्र कागजों तक ही सीमित रह गई हैं। जिस का जीता जागता प्रमाण मऊरानीपुर नगर में देखने को मिला। जहां पर एक ऐसा परिवार निवास करता है जिसका कच्चा मकान 2 वर्ष पूर्व हुई बारिश में गिर चुका था। तथा उस मकान में रहने वाले लोग बीमारी के चलते कहीं जाने की हालत में भी नहीं है। जिसके चलते उसे मकान के बाहर बने एक चबूतरे पर ही रात बितानी पड़ती है।
जानकारी के अनुसार मऊरानीपुर नगर पालिका क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले वार्ड नंबर 7 मोहल्ला दमेले चौक निवासी हर नारायण उर्फ भज्जु पुत्र रामसेवक जो पिछले 10 वर्षों से बीमारी के चलते चलने में असमर्थ है। एवं उसका एक लड़का जो दिमागी रूप से विक्षिप्त है वह एक चाय की दुकान पर काम करता है। हरी नारायण ने बताया कि पिछले 2 वर्ष पूर्व हुई बरसात में उसका कच्चा मकान गिर गया था। जिसकी उसने प्रशासन को सूचना भी दी ।
मौके पर पहुंचे अधिकारियों द्वारा मौका मुआयना तो किया गया। लेकिन उसे कोई सहायता नहीं दी गई। तभी से वह घर के बाहर बने चबूतरे पर ही रात गुजारने को विवश है। वही मोहल्ले के लोगों का कहना है कि वह चलने में असमर्थ होने के कारण कहीं मजदूरी के लिए भी नहीं जा सकता। और उसका पुत्र दिमागी रुप से सही ना होने पर वह किसी अधिकारी से मिल भी नहीं सकता।
परिवार के भरण पोषण के लिए मोहल्ले के लोग ही उनके खाने पीने की व्यवस्था करते हैं। तथा मोहल्ले के नागरिकों ने भी उच्चाधिकारियों से बिना छत के रह रहे परिवार के लोगों को सरकारी आवास वा सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ दिलाने की मांग की। लेकिन प्रशासन की उदासीनता के चलते आज तक वह घर परिवार की किसी ने भी सुघ नाली।