झांसीः कोतवाली पुलिस ने आज डकैती कांड को सबके सामने लाने मे पूरे दिन और रात भर बिना बंदूक के सैकड़ा से ज्यादा फायर यानि दबिश दे डाली। नजीता यह हुआ कि दर्जन भर से अपराधी और संदिग्ध हत्थे चढ़ गये। सीसीटीवी फुटेज मे कुछ सुराग मिले, जिसे आधार बनाकर संदिग्ध से सच उगलवाने की भरपूर कोशिश की। दावा किया जा रहा कि रात मे सब कुछ फाइनल हो जाएगा। सुबह बता देगे कि किस कारण से डकैती कांड को अंजाम दिया गया और माल कहां से बरामद हुआ?
गौरतलब है कि नगर के कोतवाली क्षेत्र मे बीती शाम चैधरयाना मुहल्ला में रहने वाले पवन कुमार अग्रवाल सर्राफा व्यापारी के यहां दिन दहाड़े डकैती डाली गयी। करोड़ से अधिक की डकैती ने पुलिस के माथे से सर्दी मे पसीना छुटा दिया। गनीमत यह रही कि डकैती कांड मे पुराना नौकर शामिल होने की जानकारी सामने आ गयी, सो पुलिस के लिये राह आसान हो गयी कि डकैती अंधी नहीं है।
अब कम समय मे अपराधियो तक पहुंचने की जददोजहद मे पुलिस की टीमें रात दिन दबिश के फायर चलाती रही। कुछ संदिग्ध पकड़े। बात की, कुछ पीटे गये। हवालात मे अपराधियो को पुराने लोगो से सुराग मिलने की जानकारी ली गयी। पूछताछ का ढंग ही अपराधियो को जानकारी उगलने पर मजबूर कर देता है। दबिश के फायर में मिले अपराधियो से मिली लोकेशन और तथ्य ने पुलिस की बांछे खिला दीं।
पुलिस सूत्र बता रहे है कि मामला लगभग सुलझा लिया गया है। नौकर के कांड करने के कारण का पता करना बाकी रह गया है। नौकर की लोकेशन भी मिल गयी है। साथी भी पुलिस के साये मे आ गये हैं। अब पुलिस पूरे तथ्यो को कड़ीबद्व करते हुये मामले को जनता के सामने रखने की तैयारी मे है। बस, एक दो अपराधी पकड़ने बाकी रह गये हैं।
सूत्र बता रहे है कि मुख्य नौकर जद मे है, लेकिन हत्थे आया नहीं कहा जा सकता। वैसे रिमांड की शैली ने कई अपराधियो के मुंह से जानकारी के सुर ऐसे उगले जैसे कांड करने मे उनकी अहम भूमिका रही हो। बस, देखते जाइये कि पुलिस कब डकैती का पर्दाफाश करती है?