झांसीः गरौठा विधायक जवाहरलाल राजपूत के खिलाफ गिरफतारी वारंट के बाद भी पुलिस एक समारोह मे पूरी तरह नतमस्तक नजर आयी। कार्यक्रम हुआ, विधायक घर चले आए और पुलिस हाथ मलती रह गयी!
आपको बता दे कि गरौठा विधायक जवाहर लाल राजपूत के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर बीते रोज कोर्ट ने गिरफतारी वारंट जारी किया था। जवाहर लाल राजपूत खुद भी वकील है, इसलिये कानून का तोड़ उनकी जेब मे रखा रहता है।
कभी जनता की आवाज बनकर लोगो के दिल मे समाने वाले सहज और सीधे जवाहर लाल राजपूत इन दिनो दबंग की छवि मे कैद होते जा रहे हैं। बीते रोज गुरसरायं मे उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य परियोजनओ का शिलान्यास करने आये थे।
जलजले से परिपूर्ण समारोह मे प्रदेश के मुखिया नंबर दो की मौजूदगी मे गरौठा विधायक ने वारंट को ताक पर रखते हुये दबंगई से समारोह मे शिरकत की। जबकि चर्चा यह थी कि प्रदेश सरकार की किरकिरी होने की आशंका के चलते जवाहर लाल राजपूत समारोह मे ना जाए।
हद तो तब हो गयी, जब गिरफतारी वारंट हाथ मे लिये पुलिस विधायक की शान में पढ़े जा रहे कसीदो को एक श्रोता की मानिक सुनती रही। विधायक की तारीफ के पुल जब सरकार के मुंह से पूरे हुये तो कानून की जद मंे आये विधायक ने सरकार को फूल माला से लाद दिया।
इसके बाद तो जवाहर लाल राजपूत जमकर बोले। विधायक के चेहरे पर यह भाव नजर नहीं आया कि उनके खिलाफ गिरफतारी वारंट है। कानून को अपनी जेब मे रखने का गुरूर पाले गरौठा विधायक मानो हवा मे उड़ रहे हैं। कानून और पुलिस उनका क्या कर लेगी? विधायक को इस बात का गुमान है कि उन्होने कोई अपराध नहीं किया। हत्या, चोरी, लूट, डकैती जैसा संगीन अपराध थोड़े कर दिया।
आचार संहिता के उल्लंघन का ही तो आरोप है, देख लेगे। इस सोच की परिभाषा मे कानून की लाठी को अपराध की पीठ पर मारने की जिम्मेदारी निभाने वाले वर्दीवान पूरे समय तामाशबीन बने रहे। गरौठा विधायक के दबंग रूप को देखकर लोग चर्चा करते रहे।