झांसीः धनगर समाज ने डीएम को दिये ज्ञापन मे समाज को धनगर समाज को अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र दिये जाने की मांग की। ऐसा ना होने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
प्रांतीय धनगर महासभा उप्र के तत्वावधान में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी धनगर के नेतृत्व में धनगर(गड़रिया) समाज ने एक ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया और धनगर जाति के लोगों को अनुसूचित जाति के प्रमाण पत्र बनाने की मांग की। मांग पूरी न होने पर वृहद स्तर पर एक अधिकार पदयात्रा का आयोजन कानपुर से लखनऊ विधानसभा तक किए जाने की चेतावनी दी।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आह्वान करते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार धनगर समाज को संविधान में प्रदत्त अधिकारों के तहत अनुसूचित जाति के प्रमाण पत्र जारी नहीं कर रही है। उप्र सरकार के जिलाधिकारी व तहसीलदार अपने स्तर से प्रमाण पत्र जारी नहीं कर रहे हैं।
शासनादेश अनुसूचित जाति, जनजाति आयोग एवं हाईकोर्ट इलाहाबाद द्वारा धनगर समाज की अनुसूचित जाति की अनुसूची में दर्ज धनगर जाति को गड़रिया उपजाति मान्य किया है। उप्र सरकार ने पांच शासनादेश 2013 से 2017 के मध्य जारी किए हैं। लेकिन सरकार के डीएम व तहसीलदार इस शासनादेश को तवज्जो नहीं दे रहे।
उन्होंने कहा कि यदि 18 मार्च 2018 तक यदि धनगर को अनुसूचित जाति के प्रमाण पत्र जारी नहीं किए गए तो 18 मार्च को कानपुर के डॉ. चिरंजीलाल राष्ट्रीय इंटर कॉलेज किदवई नगर से 25 हजार का जत्था विधानसभा घेराव के लिए लखनऊ तक पदयात्रा निकालेगा। यह आंदोलन गांधीवादी तरीके से किया जाएगा। बुंदेलखंड अध्यक्ष भानू प्रताप सिंह धनगर ने कहा कि पूरा समाज एकजुटता के साथ आंदोलन के लिए तैयार है। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष बुध सिंह धनगर, जिलाध्यक्ष पर्वत सिंह, सुनीता, नरेंद्र, सम्राट सिंह, विजय बहादुर, आरडी धनगर, दीपक, बृजपाल आदि उपस्थित रहे।