झांसीः बसपा को छोड़ने के लिये स्वास्थ्य कारण का हवाला देने वाले तिलक चन्द्र अहिरवार अब मौज मे है। वैवाहिक समारोह मे भाग ले रहे। बिछड़े साथियो के साथ बतिया रहे। यानि राजनीति करने वाले जनता को मूर्ख बनाने के लिये कुछ भी कह सुन सकते हैं?
उन्होंने पार्टी को छोड़ने का कारण स्वास्थ्य खराब होना बताया है। वहीं पार्टी में आज की मौजूदा हालत पर भी चिंता व्यक्त करते हुए कई सवाल उठाये।
तिलक चन्द्र अहिरवार ने बहुजन समाज पार्टी की लगभग 30 वर्षों तक ईमानदारी और कर्तव्य निष्ठा से सेवा करते हुए प्रमुख पदो पर काम किया है उन्होंने बसपा सुप्रीमो मायावती को मेल द्वारा भेजे पत्र में बताया कि स्वास्थ्य खराब होने के कारण वह पार्टी में अब आगे सेवा नहीं कर सकते हैं। जिस कारण वह बिहार-झारखंड राज्य के प्रभारी पद समेत अन्य सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैं।
बताते चले कि बसपा उदय के बाद से तिलक चन्द्र अहिरवार लगातार पार्टी में सक्रिय और एक मिशनरी कार्यकर्ता रहे हैं। उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी को भी पूरा किया है। पार्टी ने 1996 में उन्हें जिलाध्यक्ष बनाया था। इसके बाद 2002 में वह बसपा के टिकट पर बबीना विभानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े। लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद जालौन जिला प्रभारी और दिल्ली प्रदेश प्रभारी की जिम्मेदारी को भी निभाया। वह बुन्देलखंड विकास निगम के उपाध्यक्ष भी रह चुके है।।
आपको बता दे कि आज मऊरानीपुर में स्थित एक गेस्ट हाउस में संत रविदास जयंती के अवसर छटवां आदर्श विवाह सम्मेलन आयोजित हुआ। जिसमें पूर्व एमएलसी तिलक चन्द्र अहिरवार, पूर्व राज्य सासंद एवं कांग्रेसी बृजलाल खाबरी के मुख्य अतिथ्यि में 25 जोड़ों ने एक साथ जीने मरने की कसमें खाई।
इस मौके पर विशेष रूप से लालाराम अहिरवार, जयप्रकाश आर्य ,हरिश्चन्द्र आर्य, लक्ष्मी प्रसाद, जुम्मन मास्टर, छक्की लाल,सत्यप्रकाश अम्बेडकर, रूपेंद्र भटपुरा, गुड्डन, काशीराम अहिरवार, राजेंद्र राहुल, आसाराम वर्मा, ब्रजेश भारती ,डॉ अनिल राज ,अजय नेता, देशराज, गुलाबचंद आदि संत रविदास सेवा समिति के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
आज के समारोह मे भाग लेने की तस्वीर देखने के बाद आप की बताएं कि इन नेताओ को कौन भरोसेमंद माने!