झांसी। अब इसे दद्दा ध्यानचंद की नगरी का दुर्भाग्य कहा जाए या प्रतिभाओं को प्रोत्साहन ना देने का नतीजा कि हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की नगरी झांसी में हॉकी के खिलाड़ी गरीबी के चलते रोड किनारे गन्ना बेच रहे हैं।
इन दोनों देव उठानी पर्व के मद्देनजर नगर में गन्ने की बिक्री जोरों पर है । नगर के बाजार में गन्ने के कई स्टाल लगी है। इन्हीं में एक स्टॉल पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ी ऋषभ आनंद और सौरव आनंद आर्थिक परेशानियों के चलते गन्ना बेचने को मजबूर है। इन दोनों भाइयों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व किया है, लेकिन आज इन्हें आर्थिक हालातों से जूझने के लिए गन्ना बेचने को मजबूर होना पड़ रहा है।
आपको बता दें कि हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद का झांसी से गहरा रिश्ता था। हालांकि उनका जन्म प्रयागराज में हुआ था, लेकिन झांसी में उनकी शख्सियत को सबसे ज्यादा अहमियत दी जाती है। झांसी में मेजर ध्यानचंद के बेटे और उनका परिवार भी रहता है।
अब इन हॉकी खिलाड़ियों के गन्ना बेचने की स्थिति सामने आने के बाद सरकार के खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के दावे फिलहाल तो खोखले साबित हो रहे हैं। दोनों भाइयों के सामने आर्थिक स्थिति एक बड़ी मजबूरी है। वह भी चाहते हैं कि खेल के लिए हर पल समर्पित किया जाए।
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