नई दिल्ली 16 जून । रेप के आरोप में घिरे दाती महाराज इन दिनों काफी चर्चा में है.। इनका असली नाम मदन है । इनका जन्म राजस्थान में हुआ । कल तक TV चैनलों पर भविष्य बताने वाले दाती महाराज की कुंडली कि जब पड़ताल की गई ऐसे चौंकाने वाले तथ्य सामने आए, जिन्हें पढ़ने के बाद आपकी भी आंखें फटी रह जाएंगी।
दिल्ली के छत्तरपुर में मशहूर शनि धाम मंदिर के संस्थापक दाती महाराज का जन्म 10 जुलाई को राजस्थान के पाली जिले के अलवस गांव में हुआ था इनका असली नाम मदन है इनके पिता जी ढोलक बजाने का काम करते थे।
ढोलक बजाकर ही इनके पिता देवराम परिवार का पालन पोषण करते थे । मदन जब 4 माह का था तभी उसकी मां की मौत हो गई थी । मदन के पिता पर परिवार की पूरी जिम्मेदारी थी , लेकिन कुछ समय बाद उनकी भी मौत हो गई । इसके बाद मदन दिल्ली के एक वयक्ति संपर्क में आया और यहां आकर एक दुकान पर चाय बेचने का काम करने लगा । इस दौरान मदन ने कैटरिंग का भी काम किया।
यह काम अच्छा चल पड़ा और मदन धीरे धीरे आगे बढ़ने लगे। मदन की किस्मत में उस समय मोड़ आया जब वह राजस्थान के एक भविष्य बताने वाले व्यक्ति के संपर्क में आया । मदन ने उसे अपना गुरु बना लिया और अपना नाम दाती महाराज कर लिया।
भविष्य का काम भले ही लोगों को रास आया हो या ना आया हो लेकिन इसने मदन की किस्मत ही बदल कर रख दी । देखते ही देखते चंद सालों में मदन से दाती बने दाती महाराज रातों रात दौलत में खेलेने लगे .।
बताया जाता है कि इस दौरान एक शख्स ने उन्हें मंदिर के लिए भूमि दान दे दी । इसके बाद तो दाती महाराज ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
मदन से दाती महाराज बने इस शख्स में दिल्ली की कैलाश कॉलोनी में सबसे पहले अपना ज्योतिष सेंटर खोला । यहां वह बड़े-बड़े लोगों के संपर्क में आया और उसके रसूख में वृद्धि होती चली गई।
बताते हैं कि शनिधाम मंदिर की स्थापना के बाद दाती महाराज की किस्मत और तेजी से भागने लगी । उनका दिल्ली से लेकर कई राज्यों में करो रुपए का साम्राज्य फैला हुआ है । जिस शनि धाम मंदिर की उन्होंने स्थापना की वह 7 एकड़ में फैला हुआ है
शनिधाम मंदिर से ही सटा दाती महाराज का एक फार्म हाउस भी है. फतेहपुर बेरी में स्थित दाती महाराज का यह आश्रम 7 एकड़ लंबी-चौड़ी जमीन पर फैला हुआ है.
दाती महाराज ने बाद में राजस्थान के अपने होमटाउन पाली में भी लावारिस बच्चों के लिए एक आश्रम बना डाला. दाती महाराज के इस चिल्ड्रन होम को कई जगहों से फंड मिलता है. साथ ही दाती महाराज ने एक स्कूल भी खोल रखा है, जिसमें तकरीबन 1000 बच्चे पढ़ते हैं. इस स्कूल के साथ में हॉस्टल भी है और एक बड़ी गोशाला भी.