*दुनिया के 5 ताकतवर देशों का ग्रुप बना रहे ट्रम्प:इसमें भारत, रूस और चीन शामिल होंगे, G7 को C5 से रिप्लेस करने का प्लान*
*कनाडा के कननास्किस में जून महीने में G7 समिट का आयोजन हुआ था। इसमें रूस-यूक्रेन युद्ध और ईरान-इजराइल संघर्ष जैसे मुद्दों पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और बाकी 6 सदस्य देशों के बीच सहमति नहीं बन पाई थी।*
* *G7* अमीर और लोकतांत्रिक देशों अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, कनाडा, इटली और जापान जैसे देशों का एक मंच है।
* *‘कोर फाइव’ या C5* में अमेरिका, चीन, रूस, भारत और जापान शामिल होंगे।
*C5 वाला नया आइडिया असल में नेशनल सिक्योरिटी स्ट्रैटेजी के एक लंबे ड्राफ्ट में लिखा था। यह ड्राफ्ट जनता को नहीं दिखाया गया है।*
■ इस ग्रुप को बनाने के पीछे मकसद यह है कि एक ऐसा नया मंच बनाया जाए जिसमें सिर्फ वही देश हों जो बड़ी शक्ति रखते हैं, चाहे वे लोकतांत्रिक हों या न हों, और चाहे वे G7 जैसे क्लब की शर्तों पर खरे उतरते हों या नहीं।
■ ‘कोर फाइव’ या C5 में अमेरिका, चीन, रूस, भारत और जापान शामिल होंगे। ऐसे देश जिनकी आबादी 100 मिलियन (10 करोड़) से ज्यादा है। यह G7 की तरह नियमित बैठकें करेगा और खास मुद्दों पर सम्मेलन होंगे।
■ C5 की पहली बैठक का एजेंडा मिडिल ईस्ट की सुरक्षा, खासकर इजराइल और सऊदी अरब के बीच रिश्तों को सामान्य बनाने पर होगा।
■ G5 का प्लान ट्रम्प की सोच से मेल खाता है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अक्सर प्रतिद्वंद्वी देशों के साथ सीधे डील करने की कोशिश करते रहे हैं।
■ जैसे बीजिंग को Nvidia के H200 AI चिप्स की बिक्री की इजाजत देना, या अपने दूत स्टीव विटकॉफ और जेरेड कुशनर को मास्को भेजना ताकि वे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से सीधे बातचीत कर सकें।
■ ट्रम्प प्रशासन में काम कर चुके एक अधिकारी ने कहा कि अमेरिका, चीन, भारत, जापान और रूस वाला C5 विचार बिल्कुल भी चौकाने वाला नहीं है।
■ ट्रम्प के साथ पहले C5 पर कभी आधिकारिक चर्चा नहीं हुई थी लेकिन इस पर जरूर बात होती थी कि G7 या फिर संयुक्त राष्ट्र आज की दुनिया के हिसाब से कारगर नहीं रह गए हैं, क्योंकि वैश्विक शक्ति समीकरण बदल चुके हैं।
■ C5 का विचार ट्रम्प के दुनिया को देखने के तरीके से मेल खाता है, जहां विचारधारा से ज्यादा ताकतवर नेताओं के साथ तालमेल, और बड़ी शक्तियों के साथ काम करके उन्हें अपने-अपने क्षेत्रों में प्रभाव बनाए रखने का मौका दिया जाता है।
■ यह पहली बार नहीं है जब ट्रम्प प्रशासन नए वर्ल्ड ऑर्डर को तैयार करने पर काम कर रहा है। रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने नवंबर में ट्रम्प और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ G2 बैठक का जिक्र किया था।
*अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दुनिया की पांच सबसे बड़ी महाशक्तियों का एक नया ‘कोर-5’ सुपरक्लब बनाने की तैयारी में हैं। इस समूह में भारत, अमेरिका, रूस, चीन और जापान शामिल हो सकते हैं, जिसे G7 के विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है। ट्रंप का मानना है कि रूस को शामिल करने से यूक्रेन युद्ध टाला जा सकता था।*
