झांसी: समाज मे बदलाव की बात तो सभी करते हैं। प्रयास भी किये जाते हैं। बदलाव कैसे आए। इसको लेकर चिंतन की जरूरत है। इस दिशा मे गंभीरता से कदम आगे बढ़ा रहे ऐसे युवा से हमारी मुलाकात हुयी। हमारे सहयोगी देवेन्द्र कुमार व रोहित जाटव ने धर्मेन्द्र कुमार साहू से बातचीत की।
यह सच है कि बुन्देली माटी मे कुछ बात है। इसे ऐसे ही कलम, कला और कृपाण की धरती नहीं कहा गया। माटी मे जन्मा हर व्यक्ति सहज, सरल और विचारशील होता है। इसकी बानगी हमे धर्मेन्द्र साहू के साथ हुयी बातचीत मे नजर आयी। झांसी शहर के पिछड़े इलाके रूप मे पहचाने जाने वाले नैनागढ़, नगरा में रहने वाले धर्मेन्द्र कुमार साहू ने संेट ज्यूड कालेज से कक्षा 12 की शिक्षा ली। इसके बाद ग्रेजुएशन किया। बचपन से ही कुछ अलग करने की सोच के साथ जब धर्मेन्द्र जवानी की दहलीज पर पहुंचे, तो उन्होने अपने आप को समाज के प्रति समर्पित कर दिया। वह बताते है कि सन 2007 से वह समाज सेवा का काम कर रहे हैं।
धर्मेन्द्र की माने तो वह अब तक तीन कन्या विवाह सम्मेलन करा चुके हैं। इसके अलावा साहू समाज के लोगों को शैक्षिक, राजनैतिक व स्वास्थ्य के प्रति जागगरूक करने को लेकर कार्यक्रम आयोजित करते रहते हैं। वह समाज की किसी भी प्रकार समस्या का निराकरण आपसी तालमेल के साथ करते हैं। धर्मेन्द्र का संकल्प है कि साहू समाज के युवाआंे को नशामुक्ति अभियान से जोड़ा जाए। वह युवाओं को शराब आदि का नशा न करने का संकल्प दिलाते हैं। वह पिछले 18 सालो से बीजेपी से जुड़े हैं। समाज के प्रति समर्पित ऐसे युवा चेहरे दूसरों के लिये प्रेरणा दायक हैं। धर्मेन्द्र का कहना है कि उन्हे विभिन्न संस्थाआंे ने सम्मानित किया। उनके साथ तीस से अधिक युवा की टीम है। यह टीम समाज के विभिन्न वर्गों की समस्याओ के निदान का उपाय करती है। धर्मेन्द्र अपने समाज को आगे ले जाना चाहते हैं। वह कहते है कि समाज मे जो भी व्यक्ति सक्षम है, उसे समाज के प्रति अपना दायित्व निभाना चाहिये।
धर्मेन्द्र की टीम मे रोबिन साहू महामंत्री, सौरभ साहू कोषाध्यक्ष, मिथलेश साहू उपाध्यक्ष, महेश साहू सांस्कृतिक मंत्री, महेश साहू क्षेत्र प्रमुख, चन्द्रशेखर साहू एडवोकेट सलाहकार हैं। इसके अलावा मुरारी साहू संगठन मंत्री ।इन लोगांे के साथ धर्मेन्द्र समाज में व्यापक बदलाव की दिशा मे आगे बढ़ रहे हैं। समाज और देश मे नयी सोच के साथ बदलाव को तैयार ऐसे युवाआंे को मार्केटसंवाद का सलाम। हम चाहंेगे कि दूसरे युवा भी धर्मेन्द्र की सोच से प्रेरणा लेकर अपनी ज़िम्मेदारी को निभाने के लिये आगे आएं।