नई दिल्ली 1 अप्रैल। इस साल चैत्र नवरात्रि आगामी 6 अप्रैल शनिवार को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शुरू हो रही है । नवरात्रि 14 अप्रैल को महानवमी तक चलेगी । इस दौरान देवी की आराधना का विशेष फल मिलेगा ।
नवरात्र के दौरान पांच बार सर्वार्थसिद्धि दो बार रवि और एक बार रवि पुष्प नक्षत्र योग बन रहा है । माना जाता है कि ऐसे लोगों में देवी की साधना से विशेष फल प्राप्त होता है।
6 अप्रैल शनिवार को चैत्र नवरात्रि शुरू होगी अगले दिन रविवार 7 अप्रैल को द्वितीय तिथि पर सर्वार्थ सिद्धि योग जबकि 8 अप्रैल सोमवार तृतीया तिथि रवि योग बन रहा है आपको बता दें कि इससे गणगौर तीज के नाम से भी जाना जाता है।
9 व 10 अप्रैल को चतुर्थी पंचमी तिथियां सर्वार्थ सिद्धि योग लेकर आ रहे हैं । 11 अप्रैल गुरुवार को षष्ठी तिथि पर रवि योग तथा 12 अप्रैल शुक्रवार को सप्तमी तिथि पर सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है।
13 अप्रैल शनिवार को महा अष्टमी होगी जो बिना लोगों के ही देवी मां की आराधना के लिए सर्वश्रेष्ठ तिथि है 14 अप्रैल रविवार को महानवमी पर रवि पुष्य नक्षत्र और सर्वार्थ सिद्धि योग एक साथ बनेंगे।
नवरात्र पर आप अपने घर में सोना या चांदी की कोई भी शुभ सामग्री जैसे स्वास्थ्य शिविर हाथी कलश दीपक पात्र कमल श्री यंत्र आसमानी मुकुट त्रिशूल आदि खरीदें और इन्हें मां के चरणों में रख कर पूजा करें।
नवरात्रि के आखिरी दिन में इन सारी सामग्री को गुलाबी रेशमी कपड़े में बांधकर तिजोरी व रुपए रखने की जगह पर रखें इससे आपके घर में खूब धन बरसेगा।
इसके अलावा देवी मां को ताजे पान के पत्ते पर सुपारी और सिक्के रखकर समर्पित करें । देवी मां को 7 इलायची और मिश्री का भोग जरूर लगाएं।
मखाने के साथ सिक्के मिलाकर देवी मां को अर्पित करें और फिर इन्हें गरीबों में बांट दे । छोटी कन्याओं को छोटे से पास में दक्षिणा रखकर लाल रंग के किसी भी गिफ्ट के साथ कन्या को भेंट करें।
यही आप 9 दिन तक अखंड दीप नहीं चला पा रहे हैं तो सुबह और शाम भी या तेल का दीपक जलाएं दीपक के चारों ओर लोंग डाल दें।
इसके अलावा पांच प्रकार के सूखे मेवे लाल चुनरी में रखकर माता रानी को अर्पित करें देवी मंदिर में जाकर लाल रंग की ध्वजा किसी भी एक दिन चढ़ाई जा सकती है।
नवरात्रि के दिनों में एक विशेष उपाय किया जा सकता है जिसमें पूरे 9 दिन हनुमान जी को पान का बीड़ा अर्पित करें इससे आपको चमत्कारिक लाभ होंगे।