लखनउ 9 जनवरीः पंचायत के एक फैसले को लेकर मीडिया मे जबरदस्त हल्ला है। घटना मेरठ की है। जिले के लक्खीपुरा मे एक पंचायत ने रेप पीड़िता को न्याय देने के लिये पांच लाख रूपये की रकम देने को कहा। इसके बाद आरोपी को छोड़ दिया गया।
नाबालिग के साथ रेप के आरोपी को लेकर पंचायत बुलायी गयी थी। रेप के बाद नाबालिग गर्भवती हो गयी थी। नाबालिग का आरोपी ने गर्भपात करा दिया।
इसकी जानकारी जब परिवार वालो को हुयी, तो उन्हांने पंचायत बुलायी। पंचायत मे दोनो पक्ष के लोग बैठे।
बताते है कि पंचायत मे अस्मत लुटने की कीमत तय की गयी। बाद मे पीड़िता को पांच लाख रूपये देने पर आरोपी को छोड़ दिया गया। इससे नाराज होकर परिजन थाने पहुंचे।
पुलिस ने इस मामले में जांच के बाद कार्रवाई करने का भरोसा दिया है. बलात्कार जैसा जघन्य अपराध, जिसकी कड़ी से कड़ी सजा कम लगती हैं, ऐसे में पंचायत के नाम पर खुद को न्याधीश समझने वाली ऐसे लोग की भी अपराध में हिस्सेदारी तय की जानी चाहिए. न्याय के नाम पर अपराध को तमाशा बनाने वालों का भी क्राइम कम नहीं हैं.