भोपाल 14 सितम्बरः पत्नी की नादानी कहे या गलती कि घर मे टॉयलेट होने के बाद वो खुले मे शौच करने निकल गयी। पत्नी ने सोचा भी नहीं होगा कि उसके इस कदम से क्या मुसीबत आ सकती है। पत्नी तब भौच्चकी रह गयी, जब पति को नौकरी से निकाल दिया गया। यहां एक सहायक अध्यापक को नौकरी से निकाल दिया गया। जबकि दूसरे पर भी तलवार चली।
बताया जा रहा है कि 11 सितम्बर को जिला शिक्षा अधिकारी के यहां से एक आदेश जारी हुआ। इसमे शिक्षक को निलंबित किये जाने का कारण बताया गया है।
दिनांक 11 सितम्बर को जिला शिक्षा अधिकारी के हस्ताक्षर से जारी निलंबन आदेश में लिखा गया है कि महेन्द्र सिंह यादव सहायक अध्यापक शाप्रावि बुढ़ेरा जो ग्राम सिलपटी के रहने वाले हैं ने स्वच्छ भारत मिशन का उल्लंघन किया है। उनके घर में शौचालय होने के बावजूद वो खुले में शौच के लिए गए। यह कृत्यु कदाचरण की श्रेणी में आता है। बताया जा रहा है कि जब यह सहायक अध्यापक खुले में शौच के लिए जा रहे थे तो किसी ने फोटो खींचकर अधिकारियों को भेज दिया था। इसी आधार पर उनके निलंबन के आदेश जारी किए गए हैं। हालांकि इस निलंबन के दौरान उन्हें भत्ते मिलते रहेंगे।
दूसरे मामला रावसर गांव के शिक्षक प्रकाश प्रजापति का है। उनको इस वजह से निलंबित किया गया है क्योंकि उनकी पत्नी खुले में शौच जाती है। जबकि उनके घर में भी शौचालय बना हुई है। हालांकि महेंद्र यादव के निलंबन का कर्मचारी संघ ने विरोध किया है। संघ का कहना है कि खुले में शौंच करने वालों पर जुर्माना लगाया जाता है। उन पर भी जुर्माना लगाया जाना चाहिए था।