लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पुलिस विभाग ने झूठी और भ्रामक ख़बरों के खण्डन के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए एक और ट्विटर हैण्डिल लांच किया है। यूपी पुलिस प्रदेश भर में फैलायी जा रही ऐसी झूठी खबरों का इस ट्विटर हैण्डिल के माध्यम से खण्डन ही नहीं करेगी बल्कि उसका दूध का दूध और पानी का पानी भी करेगी।
इस संबंध में डीजीपी मुख्यालय के मुताबिक, प्रायः सही तथ्यों के अभाव में विभिन्न व्यक्तियों द्वारा सोशल मीडिया पर उ.प्र. पुलिस से सम्बन्धित खबरें व वीडियो पोस्ट कर दिये जाते हैं, जो कम समय में वायरल हो जाते हैं। कई प्रकरर्णों में जॉच के बाद ऐसी खबर पुरानी, अन्य राज्य व संस्थाओं की अथवा झूठी पायी जाती हैं।
झूठी खबरों के सोशल मीडिया पर फैलाने के क्रम में डीजीपी मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, एक व्यक्ति के द्वारा अपने ट्विटर हैण्डिल से झांसी पुलिस से सम्बन्धित एक वीडियो पोस्ट किया गया, जिसमें वर्दी में एक पुलिस कर्मी को शराब के नशे में धुत होकर महिला से छेड़छाड़ करने, आम जनता द्वारा सबक सिखाये जाने एवं झांसी पुलिस द्वारा उपरोक्त पुलिस कर्मी पर कार्यवाही के सम्बन्ध में ट्वीट किया गया था।
उपरोक्त ट्वीट के सम्बन्ध में जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि उपरोक्त प्रकरण के सम्बन्ध में मध्य प्रदेश के भोपाल में एक दिन पूर्व दैनिक समाचार पत्र में खबर प्रकाशित हो चुका है। उपरोक्त घटना का सम्बन्ध उ0प्र0 के जनपद झांसी से न होकर मध्य प्रदेश का है। वीडियो में अंकित घटना के सम्बन्ध में मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा चुकी है। घटना की सत्यता से ट्वीटकर्ता को अवगत कराया गया।
डीजीपी मुख्यालय के मुताबिक, सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरें कई बार अन्तर्राष्ट्रीय मीडिया में भी प्रकाशित हो जाती हैं। इस प्रकार की भ्रामक खबरों से उ.प्र. पुलिस एवं प्रदेश की छवि देश में ही नही बल्कि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर धूमिल होती है।
इसलिए इस प्रकार की गलत व भ्रामक खबरों के खण्डन एवं सत्यता को सोशल मीडिया के माध्यम से जन सामान्य तक पहुंचाने के उद्देश्य से डीजीपी के आदेश पर /नचचअपतंसबीमबा के नाम से एक ट्विटर हैण्डिल लांच किया गया है। इस हैण्डिल से जनता से भी यूपी पुलिस से सम्बन्धित फर्जी खबरों को ट्वीट करने की अपील की जायेगी।