नई दिल्ली 16 अगस्तः
क्रिकेट की पिच पर कमाल करने वाले पूर्व कप्तान अजीत वाडेकर ने जिन्दगी की पारी मंे समाप्ति की घोषणा कर दी। उन्हांेने अंतिम सांस ली। वे 77 साल के थे।
उन्होंने मुंबई के जसलोक में अंतिम सांस ली. आपको बता दें कि वाडेकर की गिनती भारत के सबसे सफल कप्तानों में होती है.
अजीत वाडेकर का जन्म 1 अप्रैल 1941 में मुंबई में हुआ था. वाडेकर ने 1966 से 1974 तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला. उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट की शुरुआत 1958 में की थी, जबकि अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत 1966 में की थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अजीत वाडेकर की मौत पर ट्वीट किया. 1971 में अजीत वाडेकर की अगुआई में भारत ने इंग्लैंड में अपनी पहली टेस्ट सीरीज फतह की. 3 टेस्ट मैचों की सीरीज को भारत ने 1-0 से जीता था.
सीरीज में लॉर्ड्स और ओल्ड ट्रेफर्ड में खेले गए शुरुआती दोनों टेस्ट ड्रॉ रहे, लेकिन ओवल टेस्ट में भारतीय टीम ने पहली पारी में 71 रनों से पिछड़ने के बावजूद मेजबान टीम को चार विकेट से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की.
दूसरी पारी में भारत ने भागवत चंद्रशेखर के छह विकेटों की मदद से इंग्लैंड को महज 101 रनों पर ढेर कर दिया. इस सीरीज में चंद्रशेखर के अलावा दिलीप सरदेसाई, एस वेंकटराघवन, गुंडप्पा विश्वनाथ, बिशन सिंह बेदी और युवा सुनील गावस्कर शामिल थे.
सीरीज में भारत की ओर से कप्तान अजीत वाडेकर ने सबसे ज्यादा 204 रन बनाए, जबकि एस वेंकटराघवन ने सबसे ज्यादा 13 विकेट हासिल किए.